Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

खेल-कूद

आईएसएल : गोल्डन बूट अवार्ड की रेस में भारतीय खिलाड़ी नहीं

Published

on

Loading

कोलकाता| धूमधाम से शुरू हुआ इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) का पहला संस्करण अब समाप्ति की ओर है। प्रदर्शन के लिहाज से देखें तो पूरे टूर्नामेंट में विदेशी खिलाड़ियों का वर्चस्व ही रहा। टूर्नामेंट में सर्वाधिक गोल दाग गोल्डन बूट अवार्ड की रेस में सबसे आगे रहने वाले खिलाड़ियों की बात करें तो इस सूची में भी विदेशी खिलाड़ी ही छाए हुए हैं। चेन्नइयन एफसी के ब्राजीलियाई स्ट्राइकर इलानो ब्लूमर के नाम सर्वाधिक आठ गोल हैं। ब्लूमर लगभग इस रेस में काफी आगे नजर आते हैं, क्योंकि इसके बाद जिन खिलाड़ियों ने सर्वाधिक गोल दागे हैं उनमें पांच गोल दागने वाले एफसी गोवा के मिरोस्लाव स्लेपिका, केरला ब्लास्टर्स के इयान हुमे और एटलेटिको डी कोलकाता के फिकरू टेफेरा हैं।

ब्लूमर आठ गोल दागकर जहां रेस में बड़ी बढ़त बनाए हुए हैं, वहीं असली मुकाबला इन तीन खिलाड़ियों के बीच ही है। एफसी गोवा के लिए खेल रहे चेक गणराज्य के मिरोस्लाव स्लेपिका का नाम आता है जिन्होंने अब तक कुल पांच गोल दागे हैं। केरला ब्लास्टर्स के लिए खेलने वाले कनाडा के इयान ह्यूम के नाम भी पांच गोल है। चौथे स्थान पर दिल्ली डायनामोज टीम के गुस्तावो डोस सांतोस (5 गोल) है जो टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है। एटलेटिको डी कोलकाता के फिकरु लेमेसा भी पांच गोलों के साथ इस रेस में बने हुए हैं।

भारतीय खिलाड़ियों की बात करें तो सबसे ज्यादा गोल करने के मामले में शीर्ष दस में कोई भी खिलाड़ी मौजूद नहीं है। वहीं, ब्राजील के चार खिलाड़ी शीर्ष दस में हैं। वैसे भारतीय खिलाड़ियों के टूर्नामेंट में समग्र प्रदर्शन की जाए तो वह सराहनीय रहा है। भारतीय खिलाड़ियों ने टूर्नामेंट में हुए कुल 124 में से 25 गोल दागे हैं। एफसी गोवा के रोमियो फर्नाडेज और चेन्नईन एफसी के जिजि ने तीन गोल किए हैं जबकि एटलेटिको डी कोलकाता के बलजीत साहनी और केविन लोबो के नाम 2-2 गोल हैं।

खेल-कूद

विराट कोहली ने की है 12वीं तक पढ़ाई, इस सब्जेक्ट का नाम सुनकर ही आ जाता था पसीना

Published

on

Loading

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली आज अपना 36वां जन्मदिन मना रहे हैं। अपने 16 साल के करियर में विराट इतने आगे निकल गए हैं कि उनके रिकार्ड्स को तोड़ना लगभग नामुमकिन सा लगता है। आज विराट के जन्मदिन के मौके पर हम आपको ऐसी बात बताने जा रहे हैं जो आपने शायद पहले कभी नहीं सुनी होगी। आज हम आपको बताएंगे कि मैदान पर अपनी बल्लेबाजी से गेंदबाजों को डराने वाले विराट किससे डरा करते थे।

आपको जानकर हैरानी होगी कि मैदान पर रिकॉर्ड्स के अंबार लगाने वाले विराट कोहली ने केवल 12वीं तक की ही पढ़ाई की है। क्रिकेट के प्रति दीवानगी के चलते उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। विराट ने दिल्ली की ‘विशाल भारती पब्लिक स्कूल’ से पढ़ाई की है। स्कूल की वेबसाइट में भी एल्युमनाई में कोहली का जिक्र है और उनकी तस्वीरें भी लगा रखी है।

दिल्ली के जानेमाने स्कूल में से एक इस स्कूल को कई अवार्ड मिल चुके हैं। विराट का फेवरेट सब्जेक्ट हिस्ट्री था। विराट हमेशा से ही अतीत की बातें सीखने के लिए उत्सुक रहते थे। मैथ्स एक ऐसा सब्जेक्ट था जिसके बारे में सुनकर विराट के पसीने छूट जाते थे। कहा जाता है कि एक बार विराट को मैथ्स में 100 में केवल 3 ही मार्क्स मिले थे।

विराट कोहली की ही कप्तानी में भारतीय टीम ने 2008 का अंडर-19 वर्ल्ड कप जीती थी। यह टूर्नामेंट मलेशिया में खेला गया था। इस शानदार प्रदर्शन के दम पर कोहली ने टीम इंडिया के लिए अपना पहला इंटरनेशनल मैच 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के खिलाफ खेला था।

 

Continue Reading

Trending