Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

आईओसी कहेगी तभी आईओए का पद छोडूंगा : चौटाला

Published

on

Loading

abhay-singh-chautaनई दिल्ली। भंग हो चुकी भारतीय एमैच्योर मुक्केबाजी महासंघ (आईएबीएफ) के अध्यक्ष रह चुके अभय सिंह चौटाला ने गुरुवार को कहा कि वह अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) के कहने पर ही भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) के आजीवन मानद अध्यक्ष का पद छोड़ेंगे। राष्ट्रमंडल खेलों में घोटाले को आरोपी सुरेश कलमाड़ी और चौटाला को मंगलवार को आईओए ने अपना आजीवन मानद अध्यक्ष नियुक्त किया।

हालांकि खेल मंत्रालय द्वारा सभी संबंध खत्म करने की चेतावनी देने के बाद कलमाड़ी ने तो पद ग्रहण करने से इनकार कर दिया, लेकिन चौटाला ने इस तरह की कोई मंशा नहीं जाहिर की है। चौटाला ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर लिखा है कि जब आईओसी कहेगी तभी मैं इस पद को छोडूंगा।

चौटाला ने ट्वीट किया है, “मैं तभी आईओए में अपना पद छोड़ूंगा जब आईओसी मेरे खिलाफ फैसला देगी। आईओए के अध्यक्ष जल्द ही इसे आईओसी के समक्ष ले जाने वाले हैं।”

पूर्व खेल मंत्री अजय माकन और अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने भी आईओए के इस फैसले की आलोचना की। इस विवाद के बाद कलमाड़ी ने कहा था कि वह यह पद तब तक स्वीकार नहीं करेंगे जब तक वह निर्दोष साबित नहीं हो जाते, लेकिन चौटाला ने ऐसा करने से साफ इनकार किया है।

हॉकी इंडिया (एचआई) ने भी आईओए के फैसले पर आपत्ती जताई है और उसके अध्यक्ष एन. रामचंद्रन को गुरुवार को इस मामले में पत्र भी लिखा है। एचआई की अध्यक्ष मरियम कोशी ने पत्र में कहा, “हॉकी इंडिया अंतिम समय पर जल्दबाजी में सुरेश कलमाड़ी और अभय सिंह चौटाला को बिना चर्चा आईओए के आजीवन अध्यक्ष बनाए जाने के फैसले का विरोध करती है।”

पत्र में लिखा है, “सुरेश कलमाड़ी और अभय सिंह चौटाला को अजीवन अध्यक्ष बनाए जाने के प्रस्ताव के लिए पड़े वोटों में से हॉकी इंडिया के तीन मतों को विरोध में गिना जाए।” वहीं चौटाला ने एक बयान जारी कर कहा है कि उनके अध्यक्ष रहते भारतीय मुक्केबाजी की स्थिति बेहतर हुई। उन्होंने बयान में खुद को पाक साफ बताया है।

चौटाला ने कहा, “मैंने 25 वर्षो से भारतीय खेल की निष्पक्ष होकर सेवा की है और भारतीय खेल को बढ़ाने में अपना योगदान दिया है, खासकर मुक्केबाजी में। मैं इस बात से खुश हूं कि मैं हरियाणा से आता हूं जहां हमारी सरकार ने खिलाडय़िों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाईं और अब उसके खिलाड़ी देश में ओलम्पिक आंदोलन के सूत्रधार बने हुए हैं।”

चौटाला ने कहा, “मैं जब आईएबीएफ का अध्यक्ष था तभी बीजिंग ओलम्पिक-2008 में विजेंदर सिंह ने कांस्य पदक जीता था। मैं इस बात से भी खुश हूं कि मैरी कॉम ने लंदन ओलम्पिक-2012 में कांस्य पदक अपने नाम किया था।

उन्होंने कहा, “मैंने खेल की सेवा निष्पक्ष भाव से की है और खेल तथा खिलाडय़िों को बढ़ावा देने के लिए सबकुछ करुं गा। मुझे 2012 में सर्वसम्मति से आईओए का अध्यक्ष बनाया गया था लेकिन 2013 मैं मैंने इस पद को इसलिए त्याग दिया ताकि आईओए संविधान में सुधार हो सके और इसी सुधार के कारण मैं दोबारा आईओए का अध्यक्ष बन सका।”

चौटाला ने बुधवार को खेल मंत्री विजय गोयल के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। चौटाला ने आईओए के फैसले पर आ रहीं प्रतिक्रियाओंपर हैरानी भी जताई।

नेशनल

गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

Continue Reading

Trending