Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

आप विधायक गुलाब सिंह को अग्रिम जमानत

Published

on

Loading

नई दिल्ली| दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक गुलाब सिंह को 14 अक्टूबर तक गिरफ्तारी से अंतरिम सुरक्षा प्रदान कर दी। उनपर एक कनीय अभियंता से कथित तौर पर मारपीट का आरोप है। सिंह को अंतरिम जमानत देते हुए न्यायमूर्ति आशुतोष कुमार ने दिल्ली पुलिस को उनके खिलाफ बलपूर्वक कार्रवाई नहीं करने के लिए कहा। एक अवैध इमारत ढहाने के दौरान उनपर एक सरकारी कर्मचारी के कार्य में बाधा डालने का आरोप है।

मटियाला विधानसभा क्षेत्र से विधायक सिंह ने सत्र न्यायालय से अंतरिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की थी।

सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने यह कहते हुए उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करने की मांग की कि उनकी शह पर कनीय अभियंता को अपमानित किया गया और उनके साथ मारपीट की गई।

सिंह की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ वकील एच.एस.फुलका ने पुलिस की हिरासत में लेकर पूछताछ करने की मांग का विरोध किया और न्यायालय से कहा कि 21 जुलाई को उनके खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी राजनीति से प्रेरित है।

सिंह पर सरकारी काम करने के दौरान व्यवधान उत्पन्न करने, सरकारी कर्मचारी को कर्तव्य निर्वहन से रोकने के लिए चोट पहुंचाने तथा धमकी देने के आरोप के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

 

प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

Published

on

Loading

महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

Continue Reading

Trending