Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

रियो में ब्राजील ने किया इतिहास रचे जाने का वादा

Published

on

इतिहास

Loading

 इतिहास रियो डी जेनेरियो| ‘रियो इतिहास रचने को तैयार है’-इस बयान के साथ रियो ओलम्पिक आयोजन समिति के अध्यक्ष कार्लोस नुजमान ने शुक्रवार को 31वें ओलम्पिक खेलों के उद्घाटन समारोह के दौरान कहा कि अब रियो में अगले दो सप्ताह तक सपने हकीकत में तब्दील होंगे   और रियो में ब्राजील इतिहास रचने वाला है।

ओलम्पिक इतिहास में पहली बार शरणार्थियों की एक टीम अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) के झंडे के तले हिस्सा ले रही है। इस दल का ओलम्पिक परिवार और रियो में स्वागत करते हुए आईओसी प्रमुख थामस बाख ने कहा, “हम अपने समाज की एकता के लिए विविधता का स्वागत करते हैं।”

इससे ठीक पहले ब्राजील के कार्यवाहक राष्ट्रपति मिशेल टेमर ने माराकाना स्टेडियम में हजारों दर्शकों के बीच 31वें ओलम्पिक खेलों के उद्घाटन की औपचारिक घोषणा की।

केन्या ओलम्पिक समिति (केओसी) के अध्यक्ष और दिग्गज ट्रैक एंड फील्ड एथलीट केपचोगे केइनो को इस वर्ष शुरू हुए पहले ‘ओलम्पिक लॉरेल’ पुरस्कार से नवाजा गया।

ओलम्पिक खेलों के उद्घाटन समारोह की शुरुआत दुनिया को ग्लोबल वार्मिग के कहर से बचाने के संदेश से हुई। इन खेलों की मूल विषय पृथ्वी के फिर से हराभरा करने और वृक्षों की रक्षा रखा गया।

खेलों का विस्तार करते हुए बताया गया कि यह समय ग्रह को नुकसान पहुंचाने का नहीं, बल्कि इसको हुए नुकसान के उपचार का है। ओलम्पिक का असली महत्व विश्व शांति को बढ़ावा देना है।

इस समारोह में सांबा नृत्य की झलक और ड्रम की ताल के सुर भी गूंजे। ब्राजील अगले 17 दिनों तक बेहतरीन पार्टी के आयोजन की योजना में है।

समारोह के समापन के दौरान आतिशबाजियों ने इस जश्न में चार चांद लगा दिए। इन खेलों पर राजनीतिक संकट और अपूर्ण तैयारियों की परेशानियों का संकट भी मंडराया लेकिन उद्घाटन समारोह में ब्राजीलियाई निवासियों ने रियो ओलम्पिक को सफल बनाने का लक्ष्य रखते हुए जश्न मनाया।

टेमर को समारोह की शुरुआत में परिचित नहीं कराया गया। हालांकि, ऐसा कहा गया था कि वह होंगे। पारंपरिक तौर पर इस प्रकार के समारोह में सरकार के प्रमुख को परिचित कराया जाता है।

राष्ट्रपति डिल्मा रोसेफ को खाते में धोखाधड़ी के मामले में विधायकों द्वारा उनके खिलाफ महाभियोग चलाए जाने के कारण निलंबित किया गया है।

बाख ने इस मामले में कहा कि ‘ब्राजील के इतिहास में सबसे मुश्किल समय में आपने चीजों को काफी संभाले रखा।’

ब्राजील के समयानुसार शुक्रवार रात आठ बजे (भारतीय समयानुसार शनिवार सुबह 4.30 बजे) शुरू हुआ यह समारोह लगभग साढ़े तीन घंटे तक चला।

माराकाना स्टेडियम के मंच पर हजारों नर्तकों ने क्रियात्मक प्रस्तुति के जरिए पर्यावरण को बचाए रखने का संदेश दिया। इसमें यह भी दर्शाया गया कि किस प्रकार पर्यावरण पर अब सड़कों, शहरों, कृषि और खनन का राज हो गया है।

इस समारोह में ब्राजील के राष्ट्र के निर्माण को भी दर्शाया गया। जिसमें यूरोपीय और अफ्रीकियों की आपस में हुई मुठभेड़ भी शामिल है।

इसके बाद दिवंगत गीतकार, संगीतकार टोम जोबिम के गीत ‘द गर्ल फ्रॉम इपानेमा’ को उनके पोते डेनियल ने गाया। इस गीत पर सुपरमॉडल गिजेल बुंडचेन को मंच पर कैटवॉक करते देखना भी दिलचस्प था। यह उनके करियर की आखिरी कैटवॉक थी।

गिजेल ने अपने करियर को विश्व की लोकप्रिय मॉडल के रूप में समाप्त किया। उन्हें कई जाने-माने ब्रैंड को लांच किया है, कई ब्रैंड का चेहरा भी रही हैं तथा कई पत्रिकाओं के कवरपेज पर भी नजर आईं।

माराकाना स्टेडियम में हजारों की तादाद में बैठे लोगों की आंखों में आतिशबाजी की चमक थी। मंच पर कई नृत्य और संगीत प्रस्तुतियां भी दी गई। इसमें देश के जरूरतमंद समुदाय के लोंगो का प्रतिनिधित्व करते हुए भी नृत्य प्रस्तुतियां दी गई।

आयोजकों का कहना है कि इस समारोह के लिए उन्होंने उच्च तकनीकी उपकरणों का इस्तेमाल किया और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर निर्भर रहे।

इससे पहले एक बयान में कहा गया था कि इस समारोह में तकनीकी चीजों का इस्तेमाल कम दिखेगा, क्योंकि इसके बजट में कमी की गई है।

समारोह के क्रियात्मक निदेशक ने हालांकि, इस समारोह को बजट के अनुरूप भव्य बनाने की हर कोशिश की है।

फर्नाडों मेइरेलेस ने संवाददाताओं को दिए अपने बयान में कहा था कि बिना अधिक खर्च किए आप दिल से काफी कुछ कर सकते हैं। उन्होंने बताया था कि रियो ओलम्पिक उद्घाटन समारोह का बजट लंदन और बीजिंग ओलम्पिक की तुलना में काफी कम है।

विभिन्न प्रस्तुतियों के बाद ‘परेड ऑफ द नेशन्स’ ने समां बांध दिया, जिसमें ओलम्पिक खेलों में भाग लेने वाले दलों के 207 सदस्य शामिल थे। इसमें ओलम्पिक समिति में पहली बार शामिल हो रहे कोसोवो और दक्षिण सूडान के भी सदस्य शामिल थे।

वे सभी राष्ट्रीय पोशाकों में मार्च करते हुए। उनके आगे तीपहिया साइकिल चल रही थी, जिस पर रखे बोर्ड पर पृथ्वी को बचाने के लिए दिया गया संदेश था।

प्रत्येक राष्ट्र के राष्ट्रध्वज के साथ एक लड़का और एक लड़की को भी साथ देखा जा रहा था, जिनके हाथ में छोटे-छोटे हरे पौधे थे।

ब्राजील के ओलम्पिक दल के प्रवेश करते ही पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इसके साथ ही पुर्तगाल, ब्रिटेन, फ्रांस, मेक्सिको और इटली का भी लोंगों ने खड़े होकर तालियों के साथ स्वागत किया।

डोपिंग घोटालों के कारण कई मुश्किलों का सामना कर इस रियो ओलम्पिक में प्रवेश पाने में सक्षम रहे रूस के दल का भी लोगों ने स्वागत किया। वहीं, शरणार्थी ओलम्पिक टीम के लिए भी लोगों ने तालियां बजाई।

इस बार ओलम्पिक खेलों में सीरिया, दक्षिण सूडान, इथोपिया और कोंगो की 10 सदस्यीय शरणार्थी ओलम्पिक टीम भी हिस्सा ले रही हैं जिनका जोरदार स्वागत किया गया।

उद्घाटन समारोह में भारतीय दल का नेतृत्व दिग्गज निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने किया। समारोह की शुरुआत से पहले भारतीय लोकाचार को सम्मान देते हुए प्रस्तोताओं ने ‘ओम’ शब्द का उच्चारण किया।

मुख्य समाचार

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

Published

on

Loading

पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

Continue Reading

Trending