Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

ऑफ़बीट

इस पुरानी मस्जिद में लगती है भूतों की अदालत, मिलती हैं मौत की सजा

Published

on

पुरानी मस्जिद, भूत, अदालत, कानपुर, जिन्नाद

Loading

कानपुर। अदालत में इंसानों को सजा मिलना एक कानूनी और न्‍यायसंगत प्रक्रिया का अभिन्‍न अंग है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी अदालत के बारे में बताने जा रहे हैं जहां भूतों के लिए अदालत लगाई जाती है। यहां भूतों को उनके अपराध के लिए सजा दी भी जाती है।

पुरानी मस्जिद, भूत, अदालत, कानपुर, जिन्नाद

यूपी के कानपुर के जाजमऊ स्थित गंगा के किनारे स्थित 350 साल पुरानी मस्जिद है, जिसे जिन्नादों की मस्जिद भी कहा जाता है। यहां हर गुरुवार को भूत-प्रेत से पीड़ित व्यक्ति आते हैं। यहां भूतों को उनके अपराध की सजा भी सुनाई जाती है।पुरानी मस्जिद में सैंकड़ों की तादात में हिंदू श्रद्धालु भी आते हैं। ये सभी लोग जिन्नाद को खुश करने के लिए अच्छा खासा नजराना भी चढ़ाते हैं।

मस्जिद के पीर बाबा पीड़ित को एक दरबाजे के पास ले जाकर पहले उसे जुर्म कबूल करवाते हैं और फिर फांसी की सजा का एलान करते हैं। ईद के मौके पर यहां मेला भी लगता है। अदालत में एक मुकदमा लिखने वाला और पढ़ने वाला और उसे कलमबंद करने के लिए एक मुंशी भी मौजूद होता है। दिनभर में करीब 50 से 60 मुकदमों की यहां सुनवाई होती है।

एक रात में खड़ी हो गई थी मस्जिद

पीर बाबा ने बताया कि मस्जिद के निर्माण की खास बात यह रही कि एक रात में ही इस मस्जिद का निर्माण हो गया। किसी ने मस्जिद को बनते नहीं देखा। किसी अदृश्य शक्ति ने इसका निर्माण किया। बताते हैं कि मुगलशासक औरंगजेब के सिपहसलार कुलीच खान ने जाजमऊ इलाके में 1679 के आसपास का निर्माण कराया था।

 

 

ऑफ़बीट

मध्य प्रदेश के शहडोल में अनोखे बच्चों ने लिया जन्म, देखकर उड़े लोगों के होश

Published

on

By

Loading

शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां ऐसे बच्चों ने जन्म लिया है, जिनके 2 शरीर हैं लेकिन दिल एक ही है। बच्चों के जन्म के बाद से लोग हैरान भी हैं और इस बात की चिंता जता रहे हैं कि आने वाले समय में ये बच्चे कैसे सर्वाइव करेंगे।

क्या है पूरा मामला?

एमपी के शहडोल मेडिकल कालेज में 2 जिस्म लेकिन एक दिल वाले बच्चे पैदा हुए हैं। इन्हें जन्म देने वाली मां समेत परिवार के लोग परेशान हैं कि आने वाले समय में इन बच्चों का क्या भविष्य होगा। उन्हें समझ में ही नहीं आ रहा कि शरीर से एक दूसरे से जुड़े इन बच्चों का वह कैसे पालन-पोषण करेंगे।

परिजनों को बच्चों के स्वास्थ्य की भी चिंता है। बच्चों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। मेडिकल कालेज प्रबंधन द्वारा इन्हें रीवा या जबलपुर भेजने की तैयारी की जा रही है, जिससे इनका उचित उपचार हो सके। ऐसे बच्चों को सीमंस ट्विन्स भी कहा जाता है।

जानकारी के अनुसार, अनूपपुर जिले के कोतमा निवासी वर्षा जोगी और पति रवि जोगी को ये संतान हुई है। प्रेग्नेंसी के दर्द के बाद परिजनों द्वारा महिला को मेडिकल कालेज लाया गया था। शाम करीब 6 बजे प्रसूता का सीजर किया गया, जिसमें एक ऐसे जुडवा बच्चों ने जन्म लिया, जिनके जिस्म दो अलग अलग थे लेकिन दिल एक ही है, जो जुड़ा हुआ है।

Continue Reading

Trending