Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

ऑफ़बीट

इस मंदिर में सोने से प्रेग्‍नेंट हो जाती है महिला

Published

on

आस्‍था, प्रेग्‍नेंट, औलाद, सिमस, माता सिमसा मंदिर

Loading

यहां मन्‍नत मांगने से प्रेग्‍नेंट होती हैं महिला

मंडी। संतान नहीं होने का दर्द उन लोगों से पूछिए जिन्हें दर-दर की ठोकरें खाने के बाद भी निराशा ही मिलती है। बच्चे की चाह में लोग न जाने क्‍या–क्‍या जतन करते हैं। फिर भी किसी को औलाद का सुख नसीब होता है तो किसी को नहीं।

इस मंदिर में सोने से प्रेग्‍नेंट हो जाती हैं महिला

डॉक्‍टरों के चक्‍कर लगाने के बाद जब मायूसी हाथ लगती है तो वह आस्‍था के ठिकानों पर हाजिरी लगाते हैं और मन्‍नत मांगते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे है, जहां जाने से संतान सुख मिल जाता है।यानी महिला की सूनी गोद भर जाती है।

यह भी पढ़ें–चेहरे के आकार के अनुरूप पहने गहने, खूब फबेंगे आप पर

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सिमस गांव में माता सिमसा मंदिर दूर–दूर तक प्रसिद्ध है। जहां मंदिर के फर्श पर सोने से नि:संतान महिलाओं की गोद भर जाती है और वह प्रेग्‍नेंट हो जाती हैं। कहते हैं कि खुद देवी मां उनको सपनों में आकर संतान होने का आशीर्वाद देती है। इसलिए दूर-दूर से हजारों नि: संतान महिलाएं इस खास फर्श पर सोने के लिए मंदिर में आती है।

ये मंदिर संतानदेही और संतानदात्री के नाम से भी प्रसिद्ध है। यहां सलिन्दरा उत्सव नवरात्र मनाते हैं। जिसका अर्थ है सपने आना। इस दौरान महिलाएं दिन–रात मंदिर के फर्श पर लेटती और सोती हैं। मान्‍यता हैं कि ऐसा करने से वो जल्द प्रेग्नेंट हो जाती हैं। दावा किया जाता है कि देवी मां सपने में महिला को फल देती हैं तो उस महिला को संतान का आशीर्वाद मिल जाता है।

ऑफ़बीट

मध्य प्रदेश के शहडोल में अनोखे बच्चों ने लिया जन्म, देखकर उड़े लोगों के होश

Published

on

By

Loading

शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां ऐसे बच्चों ने जन्म लिया है, जिनके 2 शरीर हैं लेकिन दिल एक ही है। बच्चों के जन्म के बाद से लोग हैरान भी हैं और इस बात की चिंता जता रहे हैं कि आने वाले समय में ये बच्चे कैसे सर्वाइव करेंगे।

क्या है पूरा मामला?

एमपी के शहडोल मेडिकल कालेज में 2 जिस्म लेकिन एक दिल वाले बच्चे पैदा हुए हैं। इन्हें जन्म देने वाली मां समेत परिवार के लोग परेशान हैं कि आने वाले समय में इन बच्चों का क्या भविष्य होगा। उन्हें समझ में ही नहीं आ रहा कि शरीर से एक दूसरे से जुड़े इन बच्चों का वह कैसे पालन-पोषण करेंगे।

परिजनों को बच्चों के स्वास्थ्य की भी चिंता है। बच्चों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। मेडिकल कालेज प्रबंधन द्वारा इन्हें रीवा या जबलपुर भेजने की तैयारी की जा रही है, जिससे इनका उचित उपचार हो सके। ऐसे बच्चों को सीमंस ट्विन्स भी कहा जाता है।

जानकारी के अनुसार, अनूपपुर जिले के कोतमा निवासी वर्षा जोगी और पति रवि जोगी को ये संतान हुई है। प्रेग्नेंसी के दर्द के बाद परिजनों द्वारा महिला को मेडिकल कालेज लाया गया था। शाम करीब 6 बजे प्रसूता का सीजर किया गया, जिसमें एक ऐसे जुडवा बच्चों ने जन्म लिया, जिनके जिस्म दो अलग अलग थे लेकिन दिल एक ही है, जो जुड़ा हुआ है।

Continue Reading

Trending