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इस युवती के सिर से पांव तक मस्से ही मस्से, बनेंगी मिस यूनिवर्स!

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मलेशिया, मस्से, मोल गर्ल, मिस यूनिवर्स

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मलेशिया की एक युवती के चेहरे और शरीर पर जगह-जगह मस्से थे। इन मस्सों के कारण लोग उसका काफी मजाक भी उड़ाते थे। अब ऐसे हालात बनने लगे है कि उसी युवती के सिर पर मिस यूनिवर्स का ताज सज सकता है।

जी हां, अगर वह मिस मलेशिया का खिताब जीत जाती है, तो मिस यूनिवर्स का रास्ता भी खुल जाएगा। और फिर कौन जाने, वही अगली मिस यूनिवर्स बन जाएं।

20 साल की इविता देलमुंदो के चेहरे सहित पूरे शरीर पर जन्म से ही ढेरों मस्से हैं। साथ ही, उनकी गर्दन से शुरू होकर कंधों तक फैला जन्म का एक निशान भी है। उनके शरीर पर जो मस्से हैं, उनमें से ज्यादातर में तो नोंक की तरह बाल भी बाहर निकल आए हैं। इन सबकी वजह से इविता को हमेशा लोगों की हंसी का पात्र बनना पड़ता था। लोग उनका मजाक उड़ाते।

कई बार तो लोग उन्हें ‘राक्षसी’ भी कहते थे। इन सबको नजरंदाज करते हुए इविता ने अपने इन मस्सों में ही अपनी खूबसूरती खोज निकाली। उन्‍होंने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपनी तस्‍वीरें पोस्‍ट की हैं। इविता की हंसती-मुस्कुराती तस्वीरें बताती हैं कि उनमें कोई हीनभावना नहीं है।

मलेशिया के एक टीवी चैनल में बात करते हुए इविता ने बताया कि स्कूल के दिनों में कोई भी उनसे दोस्ती नहीं करना चाहता था। इस कारण से उनका बचपन दोस्तों के बिना, अकेले में ही बीता। स्कूल में बच्चे उन्हें बहुत चिढ़ाते थे, कई बच्चे तो उन्हें ‘राक्षसी’ तक कहकर पुकारते थे। एक समय था जब इविता इन मस्सों से किसी भी तरह छुटकारा पाना चाहती थीं, लेकिन फिर जब डॉक्टर ने कहा कि इससे उनकी जान को खतरा हो सकता है, तो उन्होंने सर्जरी का रास्ता चुनने से इनकार कर दिया।

वक्त के साथ इविता ने अपने स्वाभाविक रूप-रंग से प्यार करना सीख लिया। इविता मिस मलेशिया प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही हैं। इसे जीतने के बाद वह मिस यूनिवर्स की प्रतियोगिता में हिस्सेदारी कर सकेंगी।

इविता को उम्मीद है कि उनका उदाहरण लोगों को उनके रूप-रंग के प्रति हीनभावना न पालने की प्रेरणा देगा। वह कहती हैं, ‘हम में से कोई परफेक्ट होकर पैदा नहीं होता। हम सभी लोगों की अपनी खासियत होती है और अपनी कमजोरियां होती हैं। अपनी किसी कमी को अपनी राह का रोड़ा न बनने दें। आप जो हासिल करना चाहते हैं, उसके लिए जी-जान से और पूरे आत्मविश्वास से कोशिश करें।’

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मध्य प्रदेश के शहडोल में अनोखे बच्चों ने लिया जन्म, देखकर उड़े लोगों के होश

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शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां ऐसे बच्चों ने जन्म लिया है, जिनके 2 शरीर हैं लेकिन दिल एक ही है। बच्चों के जन्म के बाद से लोग हैरान भी हैं और इस बात की चिंता जता रहे हैं कि आने वाले समय में ये बच्चे कैसे सर्वाइव करेंगे।

क्या है पूरा मामला?

एमपी के शहडोल मेडिकल कालेज में 2 जिस्म लेकिन एक दिल वाले बच्चे पैदा हुए हैं। इन्हें जन्म देने वाली मां समेत परिवार के लोग परेशान हैं कि आने वाले समय में इन बच्चों का क्या भविष्य होगा। उन्हें समझ में ही नहीं आ रहा कि शरीर से एक दूसरे से जुड़े इन बच्चों का वह कैसे पालन-पोषण करेंगे।

परिजनों को बच्चों के स्वास्थ्य की भी चिंता है। बच्चों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। मेडिकल कालेज प्रबंधन द्वारा इन्हें रीवा या जबलपुर भेजने की तैयारी की जा रही है, जिससे इनका उचित उपचार हो सके। ऐसे बच्चों को सीमंस ट्विन्स भी कहा जाता है।

जानकारी के अनुसार, अनूपपुर जिले के कोतमा निवासी वर्षा जोगी और पति रवि जोगी को ये संतान हुई है। प्रेग्नेंसी के दर्द के बाद परिजनों द्वारा महिला को मेडिकल कालेज लाया गया था। शाम करीब 6 बजे प्रसूता का सीजर किया गया, जिसमें एक ऐसे जुडवा बच्चों ने जन्म लिया, जिनके जिस्म दो अलग अलग थे लेकिन दिल एक ही है, जो जुड़ा हुआ है।

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