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अन्तर्राष्ट्रीय

ईरान-इराक सीमा पर भूकंप में 207 मरे

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तेहरान/बगदाद, 13 नवंबर (आईएएनएस)| ईरान-इराक सीमा के पास रिक्टर पैमाने पर 7.3 तीव्रता का भूकंप आने से मृतकों की संख्या बढ़कर 207 हो गई। समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, ईरान के उप स्वास्थ्य मंत्री कासिम जान बाबे ने मीडिया को बताया कि मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है। इस घटना में 1,600 लोग घायल हुए हैं।

ईरान के प्रेस टीवी के मुताबिक, देश में भूकंप से सर्वाधिक लोगों की मौत कर्मनशाह प्रांत के सारपोल-ए-जहबा शहर में हुई है। यहां 100 लोगों की मौत हुई है।

अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) के मुताबिक, रविवार को ईरान सीमा के पास इराक के शहर हालाब्जा से 30 किलोमीटर दक्षिणपश्चिम में रात 9.20 बजे भूकंप आया। भूकंप 33.9 किलोमीटर की गहराई में दर्ज किया गया।

कुर्दिस्तान, खुजेस्तान, हमेदान, पश्चिमी एवं पूर्वी अजरबेजान और मध्य तेहरान सहित ईरान के कई प्रांतों में रिक्टर पैमाने पर 4.5 तीव्रता के झटके के साथ लगभग 30 आफ्टरशॉक भी महसूस किए गए।

भूकंप के झटके तुर्की, इजरायल, कुवैत, लेबनान, आर्मेनिया, संयुक्त अरब अमीरात और पाकिस्तान में भी महसूस किए गए।

ईरान में भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित शहर खासर, शिरिन, सारपुल और अजगेल रहे। हालांकि, दूरवर्ती पहाड़ी क्षेत्रों में हुई तबाही का आकलन करना मुश्किल है क्योंकि वहां सड़कें और टेलीफोन लाइनें नष्ट हो गई हैं।

इराकी अधिकारियों ने पुष्टि की है कि सुलेमानिया प्रांत के दरबंदीखान में छह लोग मारे गए हैं और 50 घायल हो गए हैं।

इराक के प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री हैदर अल-अबादी देश में भूकंप के बाद नागरिकों की स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए हैं।

ईरान विश्व में सर्वाधिक भूकंप जोखिम वाले क्षेत्रों में से एक है।

ईरान के इतिहास में सबसे विध्वंसक भूकंप जून 1990 में आया था। इसमें रूबदार, मांजिल और लुहसन जैसे उत्तरी शहर नष्ट हो गए थे और बड़ी संख्या में गांव नष्ट हुए थे, जिसमें लगभग 37,000 लोगों की मौत हो गई थी।

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अन्तर्राष्ट्रीय

लाहौर में प्रदूषण ने तोड़े सारे रिकार्ड, 1900 तक पहुंचा AQI, स्कूल बंद

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नई दिल्ली। पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रदूषण ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पाकिस्तान के लाहौर शहर का AQI 1900 पहुंच गया है जो शहर में अब तक का सबसे ज्यादा एक्यूआई है। प्रांतीय सरकार और स्विस समूह IQAir द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को पाकिस्तान-भारत सीमा के पास अब तक का सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज किया गया। इसी के साथ लाहौर रविवार को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की रियल टाइम सूची में पहले नंबर पर पहुंच गया।

बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए लाहौर में आपातकाल जैसा माहौल है। वायु की खतरनाक गुणवत्ता को देखते हुए लाहौर प्रशासन ने वर्क फ्रॉम होम करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही विभिन्न शहरों में प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की घोषणा की गई है। वहीं पंजाब की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा है कि, सरकार ने माता-पिता को यह सुनिश्चित करने की सलाह देते हुए प्राथमिक विद्यालयों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है कि बच्चे मास्क पहनें, क्योंकि शहर में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है। उन्होंने कहा कि वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए 50 प्रतिशत कार्यालय कर्मचारी घर से काम करेंगे।

मरियम औरंगजेब ने आगे कहा है कि पिछले एक सप्ताह से भारत से हवा की दिशा लाहौर की ओर हो गई है और इस वजह से धुंध बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हवाएं अमृतसर और चंडीगढ़ से आ रही हैं और इस वजह से लाहौर में AQI लगातार बिगड़ता जा रहा है।
मरियम ने कहा है कि अगर हालत और खराब हुए तो शहर में उद्योगों को बंद कर दिया जाएगा। यहां तक कि पराली जलाने वाले किसानों को गिरफ्तार किया जाएगा। कुछ इसी तरह की कार्रवाई भारत की हरियाणा और पंजाब सरकार भी कर रही है, जहां पराली जलाने को लेकर बड़ी संख्या में किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं।

 

 

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