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प्रादेशिक

उत्तर प्रदेश व उत्‍तराखंड के बैंकों और एटीएम में नकदी संकट बरकरार

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लखनऊ| उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बैंकों और एटीएम में नकदी संकट की वजह से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नोटबंदी के छह महीने बाद भी नकदी संकट खत्म नहीं हुआ है।

अधिकारियों के मुताबिक, अभी सिर्फ 70 फीसदी नकदी की ही आपूर्ति हो पा रही है। एक वरिष्ठ बैंक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि कुछ बड़े शहरों को छोड़कर राज्य में नकदी संकट बना चिंताजनक है। छोटी कस्बों और गावों में नकदी संकट की समस्या और भी खराब है। यहां नोटबंदी के बाद भी एटीएम में नकदी नहीं है।

सिर्फ कानुपर के बैंकों में ही प्रतिदिन 400 करोड़ रुपये की नकदी की जरूरत पड़ती है लेकिन पिछले एक सप्ताह से सिर्फ 250-300 करोड़ रुपयों की ही आपूर्ति हो पा रही है। ग्रामीण बैंकों में 15 करोड़ रुपये की नकदी की जरूरत है जो अब घटकर 10 करोड़ रुपये हो गई है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की कानपुर शाखा राज्य के बैंकों और 250 करेंसी चेस्ट को नकदी उपलब्ध कराती है। अधिकारियों का कहना है कि अस्थाई दौर है, कुछ ही दिनों में स्थिति ठीक हो जाएगी।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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