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प्रादेशिक

मतगणना के दौरान प्रेक्षक रहेंगे तैनात, वीडियोग्राफी भी होगी

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में गुरुवार को आलापुर सीट पर भी मतदान होने के साथ विधानसभा चुनाव का सभी सात चरणों का मतदान संपन्न हो गया। अब प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों पर हुए मतदान की मतगणना 11 मार्च को सुबह आठ बजे से शुरू होगी।

चुनाव आयोग ने मतगणना के लिए सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली हैं। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी टी. वेंकटेश ने बताया कि उत्तर प्रदेश में कुल 78 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। 72 जनपदों में मतगणना एक केंद्र पर हो रही है, जबकि जनपद आजमगढ़, कुशीनगर तथा अमेठी में मतगणना दो केंद्रों पर हो रही है। राजधानी लखनऊ की सभी नौ विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना रमाबाई अंबेडकर मैदान में होगी।

वेंकटेश ने बताया, ‘‘मतगणना सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए 187 कंपनी केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती भी गई है। मतगणना केंद्रों पर केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों के अतिरिक्त पीएसी तथा राज्य पुलिस एवं होमगार्ड के जवान भी तैनात किए गए हैं। आयोग द्वारा मतगणना पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में आयोग के प्रेक्षक भी तैनात किए गए हैं तथा पूरी मतगणना प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है।’’

उन्होंने बताया कि मतगणना केंद्रों के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। प्रथम स्तर पर स्थानीय पुलिस, द्वितीय स्तर पर स्टेट आर्म्ड पुलिस तथा तृतीय स्तर पर सीआरपीएफ तैनात किए गए हैं।

मतगणना हाल में संपूर्ण मतगणना प्रक्रिया की आधिकारिक रिकार्डिंग करने के अलावा मीडिया को किसी कैमरे, स्टिल फोटो अथवा वीडियो की अनुमति नहीं है। इसलिए मीडिया और पत्रकारों को मतगणना हॉल के अंदर कैमरा स्टैंड ले जाने की अनुमति नहीं होगी। ईसीआई पासधारकों को हाथ का कैमरा ले जाने की अनुमति दी जा सकती है।

प्रत्येक मतगणना टेबल पर माइक्रो ऑब्जर्वर की भी तैनाती की गई है, जो अपनी टेबल पर मतगणना प्रक्रिया की परिशुद्धता के लिए जिम्मेदार होगा। वेंकटेश ने बताया कि मतगणना हाल में प्रेक्षक के अलावा किसी को भी मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी। मतगणना में सर्वप्रथम पोस्टल बैलट पेपर की गिनती की जाएगी, तत्पश्चात ईवीएम की गिनती शुरू होगी।

उत्तर प्रदेश

सीएम योगी ने की गोसेवा, भवानी और भोलू को खूब दुलारा

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गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान गोसेवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा है। इसी क्रम में शनिवार सुबह भी उन्होंने मंदिर की गोशाला में समय बिताया और गोसेवा की। मुख्यमंत्री ने गोवंश को गुड़ खिलाया और गोशाला के कार्यकर्ताओं को देखभाल के लिए जरूरी निर्देश दिए। गोसेवा के दौरान उन्होंने सितंबर माह में आंध्र प्रदेश के येलेश्वरम स्थित गोशाला से गोरखनाथ मंदिर लाए गए नादिपथि मिनिएचर नस्ल (पुंगनूर नस्ल की नवोन्नत ब्रीड) के दो गोवंश भवानी और भोलू को खूब दुलारा।

दक्षिण भारत से लाए गए गोवंश की इस जोड़ी (एक बछिया और एक बछड़ा) का नामकरण भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही किया था। उन्होंने बछिया का नाम भवानी रखा है तो बछड़े का नाम भोलू। मुख्यमंत्री जब भी गोरखनाथ मंदिर प्रवास पर होते हैं, भवानी और भोलू का हाल जरूर जानते हैं। सीएम योगी के दुलार और स्नेह से भवानी और भोलू भी उनसे पूरी तरह अपनत्व भाव से जुड़ गए हैं। शनिवार को गोशाला में सभी गोवंश की सेवा करने के साथ ही मुख्यमंत्री ने भवानी और भोलू के साथ अतिरिक्त वक्त बिताया। उन्हें खूब दुलार कर, उनसे बातें कर, गुड़ और चारा खिलाया। सीएम योगी के स्नेह से ये गोवंश भाव विह्वल दिख रहे थे।

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