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प्रादेशिक

उप्र : पत्रकार जगेंद्र का परिवार धरने पर

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शाहजहांपुर (उप्र) । शाहजहांपुर के पत्रकार जगेंद्र सिंह को उनके घर में घुसकर उन्हें जिंदा जलाए जाने के मामले को लेकर रविवार को पत्रकार जगेंद्र का पूरा परिवार अनिश्चितकालीन धरने पर बैठा। परिवार के सदस्यों का आरोप है कि राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा के गुर्गे और समाजवादी पार्टी (सपा) नेता मिथिलेश कुमार उन पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। जगेंद्र ने फेसबुक पर मंत्री राममूर्ति वर्मा के खिलाफ टिप्पणी लिखी थी। परिवार का आरोप है कि उनसे इसकी का बदला दिया गया।

जगेंद्र के छोटे बेटे राहुल ने कहा कि नेताओं की ओर से 10 लाख रुपये की पेशकश भी की गई। पीड़ित परिवार का आरोप है कि नेताओं ने उन्हें धमकाया भी है। मृत पत्रकार की पत्नी और बच्चों ने मंत्री राममूर्ति वर्मा को बर्खास्त करने और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। गौरतलब है कि शनिवार को मृत पत्रकार जगेंद्र के परिवार को सांत्वना देने सपा नेता मिथिलेश कुमार पहुंचे थे। सपा नेता ने संवेदना व्यक्त करने के साथ आरोपी मंत्री राममूर्ति वर्मा का बचाव भी करना शुरू कर दिया था। सपा नेता ने कहा कि मंत्री ऐसा काम नहीं कर सकते। अगर पुलिस चाहती, तो जगेंद्र को उनके घर की जगह पुलिस स्टेशन में ही जला सकती थी।

सपा नेता का बयान सुनकर नाराज हुए स्थानीय लोगों ने उनके खिलाफ नारे लगाना शुरू कर दिया था। लोगों के आक्रोश को देखते हुए नेता वहां से तुरंत खिसक गए थे। जगेंद्र के बेटे राहुल ने कहा कि सपा नेता मिथिलेश कुमार उनके घर आए थे। उन्होंने परिवार वालों को धमकाने की कोशिश की। सपा नेता ने उनसे कहा, “केस फाइल कर तुम मंत्री को गिरफ्तार नहीं करवा सकते, क्योंकि उन्हें तभी जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, जब पुलिस जांच में उन्हें दोषी पाया जाएगा। पुलिस किससे अधीन है, तुम जान ही रहे हो।”

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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