Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

उप्र में तोड़-फोड़ के जोड पर एक कार्यशाला का आयोजन

Published

on

Loading

लखनऊ। आंचलिक विज्ञान नगरी लखनऊ एवं इन्नोवेशन सेन्टर, प्रौद्योगिकी परिषद्, उ0प्र0 ने एक साथ मिलकर दो दिवसीय (11 एवं 12 फरवरी) तोड़-फोड़ के जोड़ विषय पर एक कार्यशाला का शुभारम्भ 11 फरवरी प्रातः 10.30 बजे से आंचलिक विज्ञान नगरी में किया जायेगा जिसमें पिपरसण्ड, लखनऊ एवं खैराबाद, सीतापुर के जवाहर नवोदय विद्यालय के विद्यार्थिगण भाग लेगें।

इस कार्यशाला के अंतर्गत प्रतिभागी बच्चें विशेषज्ञों के दिशानिर्देश में विभिन्न घरेलू वस्तुओं के यन्त्रविन्यास को सीखेगें जिसके अंतर्गत प्रतिभागी यन्त्रों को खोलकर उन्हें पुनः जोड़ेगें। कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को सीखने का वातावरण तैयार करना है जहाँ विद्यार्थी, दैनिक उत्पादों जिनका वे प्रतिदिन इस्तेमाल करते हैं जैसे कि पुराने छत के पंखे, टेलीफोन, प्रेस, कम्प्यूटर इत्यादि को खोलना एवं उसका पुनःनिर्माण या उनका पुनः इस्तेमाल किया जाना इत्यादि सिखाया जायेगा।

तोड़-फोड़ के जोड  कार्यशाला में इस प्रकार विद्यार्थियों को उनके दैनिक जीवन में प्रयोग होने वाले उत्पादों के पीछे के वैज्ञानिक सिद्धांतों को समझने का मौका मिलेगा अपितु विश्व की समस्यों के समाधान हेतु अपने नवविचारों के विस्तार का मौका भी मिलेगा।

IANS News

महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में नियुक्त किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट

Published

on

Loading

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। सीएम योगी के दिव्य भव्य महाकुंभ की योजना के मुताबिक महाकुंभ नगरी ने संगम तट पर आकार लेना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संन्यासियों के रहने और स्नान के लिए घाटों, अस्थाई सड़कों व टेंट सिटी का निर्माण शुरू हो गया है। प्रयागराज मेला प्रधिकरण ने योजना के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा हैं। सेक्टर और कार्य के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर दी गई है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने – अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रहेंगे। महाकुंभ के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे।

विभागीय समन्वय का करेंगे कार्य

महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के कल्पवास करने की संभावना है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु-संन्यासियों और मेला प्रशासन के लोग महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहेंगे। इन सबके रहने के लिए टेंट सिटी व स्नान के लिए घाटों और मार्गों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पूर्व योजना के मुताबिक प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है। 4000 हेक्टेयर और 25 सेक्टरों में बंटा महाकुंभ मेला क्षेत्र इससे पहले के किसी भी महाकुंभ मेले से सबसे बड़ा क्षेत्र है। मेला प्राधिकरण ने प्रत्येक सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था और विभागीय समन्वय के लिए उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्ति किया है। ये सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर, कार्य विभाग और विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे।

अधिकांश ने ग्रहण किया कार्यभार

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सेक्टर वाईज सेक्टर मजिस्ट्रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस सबंध में एसडीएम मेला अभिनव पाठक ने बताया कि अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष अपनी विभागीय जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जल्द ही मेला क्षेत्र में अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। जो कि महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर की प्रशासन व्यवस्था व विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में भूमि आवंटन की प्रगति और लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण में ये सेक्टर मजिस्ट्रेट मददगार होंगे।

Continue Reading

Trending