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एएफसी एशियन कप में ग्रुप स्तर के मैच आसान नहीं होंगे : छेत्री

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गुरुग्राम, 6 मई (आईएएनएस)| भारतीय फुटबाल टीम के कप्तान सुनील छेत्री का मानना है कि अगले वर्ष संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में आयोजित होने वाले एएफसी एशियन कप में ग्रुप स्तर के मैच आसान नहीं होंगे और थाईलैंड जैसी टीमें भी भारत को कड़ी टक्कर दे सकती हैं।

भारत को वर्ष 2019 में होने वाले एएफसी एशियन कप के लिए ग्रुप-ए में थाईलैंड, बहरीन और मेजबान यूएई के साथ रखा गया है।

सुनील छेत्री ने किया मोटर्स इंडिया द्वारा आयोजित टैलेंट हंट प्रोग्राम के दौरान आईएएनएस से कहा, टूर्नामेंट का ग्रुप स्तर हमारे लिए आसान नहीं होगा। यह मत सोचिए कि हमारे ग्रुप में याईलैंड, बहरीन और यूएई जैसी टीमें हैं तो हम आसानी से नॉकआउट स्तर के लिए क्वालीफाई कर जाएंगे।

छेत्री ने कहा, आप यह सोच रहे हैं कि हमने पिछले कुछ सालों में अच्छा प्रदर्शन किया है और इस कारण से हम नॉकआउट स्तर के लिए क्वालीफाई करने में कामयाब रहेंगे तो आप सही हैं, आपको अपनी टीम की स्थिति को पहले देखना है। अगर आपका मानना है कि ग्रुप ए में याईलैंड, बहरीन और यूएई जैसी कमजोर टीमों के कारण हम टूर्नामेंट में आगे बढ़ेंगे तो यह गलत है।

उन्होंने थाईलैंड की तारीफ करते हुए कहा कि इस छोटे से देश की टीम पिछले कुछ वर्षो में एशिया में सबसे ज्यादा बेहतर टीम बनकर उभरी है।

छेत्री ने कहा, आपने ग्रुप ए में मौजूद टीमों को खेलते हुए नहीं देखा है इसलिए आपके विचार में इन टीमों को हराना आसान है लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। थाईलैंड की टीम पिछले छह वर्षो में सबसे ज्यादा बेहतर हुई है। हमने छह-सात वर्ष पहले उनके साथ एक मैच खेला था, जो 2-2 से ड्रॉ रहा था और अब वह इस टूर्नामेंट में एशिया की सबसे अच्छी टीमों को टक्कर देंगे। हमारे लिए महत्वपूर्ण यह है कि हमारे टीम के सभी 14-18 खिलाड़ी इस बड़े टूर्नामेंट के लिए तैयार रहे।

छेत्री ने यह भी माना कि उन्होंने फीफा रैंकिंग को कभी महत्व नहीं दिया और हम जिस टूर्नामेंट में भाग लेने जा रहे हैं, वहां रैंकिंग मायने नहीं रखती।

छेत्री ने कहा, मैंने कभी भी रैंकिंग को ज्यादा महत्व नहीं दिया। मुझे खुशी है कि हम शीर्ष 100 टीमों में जगह बनाने में कामयाब रहे लेकिन जिस तरह से रैंकिंग काम करती है वह बहुत जटिल प्रक्रिया है। मेरा सिर्फ एक ही लक्ष्य है कि हम लगातार ज्यादा से ज्यादा मैच जीते और खासकर देश के बाहर अच्छा प्रदर्शन करे। घर पर हमारा रिकॉर्ड हमेशा ही अच्छा रहा है लेकिन देश से बाहर हमें मुश्किले पेश आई हैं, तो मुझे उम्मीद है कि अगले छह महीनों में हम देश से बाहर अधिक मैच खेलेंगे जिससे हम टूर्नामेंट के लिए पूरी तरह से तैयार हो सके।

छेत्री ने इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के फाइनल में मिली हार पर भी दुख व्यक्त किया और माना कि वह अपनी गलतियों के वजह से टूर्नामेंट का खिताब जीतने में कामयाब नहीं हो पाए।

छेत्री ने कहा, मुझे आभी भी दुख होता है कि हम फाइनल मैच हार गए। हमने पूरे टूर्नामेंट में हर टीम को धूल चाटाई लेकिन दो कॉर्नर की वजह से फाइनल हार गए जो हमारी ही गलती थी। सुपर कप जीतने के बाद हम सब खुश थे लेकिन आधे घंट बाद सभी खिलाड़ियों ने सोचा कि आईएसएल फाइनल में हमने क्यों उन दो कॉर्नर पर गलतियां की।

भारत एएफसी एशियन कप में अपना पहला मैच 6 जनवरी को थाईलैंड के खिलाफ खेलेगी।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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