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प्रादेशिक

एक दिन में 3 बार भड़के रघुबर दास

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रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास से राज्य की नौकरशाही में नाराजगी है और विपक्ष उन पर आक्रामक है। वजह है खुद दास का गुस्सा जो एक ही दिन में तीन बार निकल कर सामने आया। रघुबर दास का गुस्सा रविवार को तीन लोगों पर निकला। ये हैं बोकारो के उपायुक्त मनोज कुमार, धनबाद के अतिरिक्त जिला अधिकारी (एडीएम-आपूर्ति) अनिल कुमार सिंह और एक स्कूल शिक्षक जिसके नाम का पता नहीं चल सका है।

धनबाद में रविवार को लोगों से बजट पूर्व चर्चा में मुख्यमंत्री ने गुस्से में बोकारो के उपायुक्त मनोज कुमार से कमरे से बाहर निकल जाने को कहा। मनोज, मुख्यमंत्री दास के पास ही बैठे थे। दास लोगों की बातें सुन रहे थे और कुमार मोबाइल पर बातें कर रहे थे। बैठक में लोकसभा सांसद पी.एन.सिंह भी मौजूद थे।

दूसरी बार दास तब नाराज हुए जब एक बैठक में उनके भाषण के दौरान धनबाद के एडीएम (आपूर्ति) अनिल कुमार सिंह मंच पर उनके बिल्कुल पास आ गए। इस बार तो दास को इतना गुस्सा आया कि उन्होंने अधिकारियों को एडीएम को मुअत्तल करने का निर्देश दे दिया।
मुख्यमंत्री का गुस्सा तीसरी बार तब फूटा जब एक स्कूल शिक्षक ने उन्हें सुझाव देने शुरू किए। दास ने शिक्षक को टोका और कहा कि “बिंदुवार सलाह दीजिए।” शिक्षक एक ऐसे अंदाज में जारी रहे जिसे दास ने पसंद नहीं किया। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक के सामने से माइक हटा दिया जाए।

दास का यह रवैया न तो नौकरशाही को पसंद आया और न ही विपक्ष को। एक वरिष्ठ नौकरशाह ने कहा, “अधिकारियों को सबके सामने बेइज्जत करने की मुख्यमंत्री को आदत पड़ गई है। अधिकारियों का मनोबल गिर रहा है।” मुख्य विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस ने मुख्यमंत्री की आलोचना की है।

जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा, “मुख्यमंत्री का अहंकार सार्वजनिक रूप से और अधिकारियों की बैठक में नजर आ रहा है। सार्वजनिक रूप से अधिकारियों को अपमानित करना सिर्फ उनकी उस हताशा को दिखाता है जो बीते एक साल में कुछ भी काम न कर पाने की वजह से पैदा हुई है।” कांग्रेस की झारखंड इकाई के महासचिव अलोक दुबे ने कहा, “रघुबर दास के नेतृत्व में भाजपा सरकार के एक साल इस महीने पूरे होने जा रहे हैं। यह सरकार कानून-व्यवस्था, बिजली, स्वास्थ्य और तमाम अन्य क्षेत्रों में नाकाम रही है। सार्वजनिक रूप से हताशा दिखाना लोगों का ध्यान मुद्दों से भटकाने की कोशिश है। बीते एक साल में राज्य में एक उद्योग नहीं लगा है। बिजली का हाल बुरा है और महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।”

उत्तर प्रदेश

आगरा में वायुसेना का मिग-29 विमान क्रैश, दोनों पायलट सुरक्षित

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आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में सोमवार को वायुसेना का मिग-29 विमान खेतों में क्रैश हो गया। गनीमत रही कि विमान के पायलट और को पायलट पैराशूट के मदद से विमान से निकलने में कामयाब रहे।

विमान ने पंजाब के आदमपुर से उड़ान भरी थी और अभ्यास के लिए आगरा जा रहा था जब यह घटना घटी। वायुसेना के अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया जाएगा। फिलहाल घटना के कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक ये हादसा आगरा के कागारौल के सोनिगा गांव के पास हुआ, जहां वायुसेना का विमान क्रैश हो गया है। लोगों ने बताया कि एयर फोर्स का विमान खाली खेतों में गिरा था और जमीन पर गिरते ही विमान में भयंकर आग लग गई और तेज लपटें उठने लगीं। विमान में पायलट समेत दो लोग मौजूद थे। फिलहाल प्लेन क्रैश के इस हादसे से किसी जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

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