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खेल-कूद

एचडब्ल्यूएल : फ्रांस के खिलाफ अभियान की शुरुआत करेगा भारत

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एंटवर्प | सरदार सिंह के नेतृत्व में भारत की पुरुष हॉकी टीम शनिवार से यहां शुरू हो रहे हॉकी वर्ल्ड लीग (एचडब्ल्यूएल) सेमीफाइनल में फ्रांस के खिलाफ खेलते हुए अपने अभियान की शुरुआत करेगी। भारत को पूल-ए में रखा गया है। भारत के लिए यह टूर्नामेंट जीतना प्रतिष्ठा की बात होगी। वैसे इस टूर्नामेंट को रियो ओलम्पिक का क्वालीफाईंग टूर्नामेंट माना जा रहा है लेकिन एशिया कप जीतने के साथ ही भारत ने रियो के लिए पहले ही क्वालीफाई कर लिया है।

भारतीय टीम लम्बे आराम के बाद एंटवर्प पहुंची है। उसने इससे पहले सुल्तान अजलान शाह टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीता था और उसके बाद एचडब्ल्यूएल की तैयारियों की तहत घरेलू सीरीज में जापान को 3-0 से हराया था। भारतीय टीम अपने नए कोच पॉल वैन ऐस की देखरेख में पहला बड़ा टूर्नामेंट खेलेगी। ऐस के लिए भी यह आयोजन अहम है क्योंकि इसके जरिए वह अपनी पैठ बनाना चाहेंगे। कुछ दिन पहले हुए अभ्यास मैच में भारत ने फ्रांस को 1-0 से हराया था। भारत की ओर से वह गोल पेनाल्टी कार्नर पर रुपिंदर पाल सिंह द्वारा किया गया था। भारत को विश्व वरीयता क्रम में नौवां और फ्रांस को 14वां स्थान प्राप्त है। इसके बावजूद भारत को फ्रांस से सावधान रहना होगा क्योंकि अभ्यास मैचों में उसका प्रदर्शन उतार-चढ़ाव भरा रहा है। भारत को बेल्जियम के हाथों 1-2 से हार मिली थी।

भारत और फ्रांस के बीच अब तक जितने भी मैच हुए हैं, उनमें भारत का पलड़ा भारी रहा है। 2013 एचडब्ल्यूएल सेमीफाइनल में भारत ने नीदरलैंड्स में फ्रांस को 6-2 से हराया था। भारतीय टीम आक्रामक हॉकी खेलने के मकसद से एंटवर्प गई है और उसका मकसद अधिक से अधिक गोल करना होगा। भारत ने इस टूर्नामेंट के लिए कुछ प्रयोग किए हैं और वह उन्हें सफलतापूर्वकआजमाना चाहेगी। फ्रांस के खिलाफ भारत की जीत जरूरी है क्योंकि आने वाले मैचों में उसे अपने से ऊंची वरीय टीमों से भिड़ना है। भारत को 23 जून को पोलैंड, 26 जून को पाकिस्तान और फिर 28 जून को विश्व चैम्पियन आस्ट्रेलिया से भिड़ना है।

खेल-कूद

विराट कोहली ने की है 12वीं तक पढ़ाई, इस सब्जेक्ट का नाम सुनकर ही आ जाता था पसीना

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नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली आज अपना 36वां जन्मदिन मना रहे हैं। अपने 16 साल के करियर में विराट इतने आगे निकल गए हैं कि उनके रिकार्ड्स को तोड़ना लगभग नामुमकिन सा लगता है। आज विराट के जन्मदिन के मौके पर हम आपको ऐसी बात बताने जा रहे हैं जो आपने शायद पहले कभी नहीं सुनी होगी। आज हम आपको बताएंगे कि मैदान पर अपनी बल्लेबाजी से गेंदबाजों को डराने वाले विराट किससे डरा करते थे।

आपको जानकर हैरानी होगी कि मैदान पर रिकॉर्ड्स के अंबार लगाने वाले विराट कोहली ने केवल 12वीं तक की ही पढ़ाई की है। क्रिकेट के प्रति दीवानगी के चलते उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। विराट ने दिल्ली की ‘विशाल भारती पब्लिक स्कूल’ से पढ़ाई की है। स्कूल की वेबसाइट में भी एल्युमनाई में कोहली का जिक्र है और उनकी तस्वीरें भी लगा रखी है।

दिल्ली के जानेमाने स्कूल में से एक इस स्कूल को कई अवार्ड मिल चुके हैं। विराट का फेवरेट सब्जेक्ट हिस्ट्री था। विराट हमेशा से ही अतीत की बातें सीखने के लिए उत्सुक रहते थे। मैथ्स एक ऐसा सब्जेक्ट था जिसके बारे में सुनकर विराट के पसीने छूट जाते थे। कहा जाता है कि एक बार विराट को मैथ्स में 100 में केवल 3 ही मार्क्स मिले थे।

विराट कोहली की ही कप्तानी में भारतीय टीम ने 2008 का अंडर-19 वर्ल्ड कप जीती थी। यह टूर्नामेंट मलेशिया में खेला गया था। इस शानदार प्रदर्शन के दम पर कोहली ने टीम इंडिया के लिए अपना पहला इंटरनेशनल मैच 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के खिलाफ खेला था।

 

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