Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

एसएमएस याद दिलाएगा बच्चों के टीके का समय

Published

on

Loading

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय जच्चा-बच्चा की देखभाल के लिए जल्द एक योजना लाने की तैयारी में हैं। इस योजना का नाम ‘किलकारी’ रखा जाएगा। इसके तहत सरकार एसएमएस के माध्यम से याद दिलाएगी कि आपके दो साल के बच्चे को टीका लगना बाकी है, अथवा आपने गर्भवती होने के छह माह पूरे कर लिए हैं और आपको चिकित्सक के पास जांच के लिए जाना है। कई अन्य सुविधाओं से युक्त यह योजना इस साल अगस्त तक जारी हो सकती है।

स्वास्थ्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव सी.के. मिश्रा ने कहा कि संदेश महिला के फोन पर अथवा उसके पति या किसी करीबी रिश्तेदार के फोन पर भेजा जाएगा। गर्भवती महिलाओं को संदेश से उनके नियमित परीक्षण, खून की जांच, टिटनेस टीकाकरण और अन्य चीजों के संबंध में याद दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा, “गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक खाना खाने और किस तरह के व्यायाम वे कर सकती हैं आदि के बारे में बताया जाएगा।” नई-नई मां बनी महिलाओं को उनके बच्चे के टीकाकरण के लिए नियत समय, उसके उम्र और वजन के अनुपात और बच्चे को किस उम्र में क्या खिलाना चाहिए आदि के बारे में संदेश भेजा जाएगा।

सरकार इस योजना को आगे बढ़ाने पर विचार कर रही है। सरकार भविष्य में इस योजना से किशोरियों को भी जोड़ने की तैयारी में हैं। मिश्रा ने कहा कि किशोरियों को भेजे गए संदेशों में बताया जाएगा कि वे एनीमिया से कैसे मुकाबला करें और अपने आपको कैसे स्वच्छ रखें। योजना की शुरुआत में संदेश छह भाषाओं (चार उत्तर भारतीय और दो दक्षिण भारतीय) में भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा कि बाद में जैसे-जैसे यह योजना बढ़ती जाएगी इसमें अन्य भाषाएं जुड़ती जाएंगी। अभी तक इस योजना के लिए कुल 78 विशिष्ट संदेश चुने गए हैं। इसमें आगे और भी संदेश जोड़े जाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी हितधारकों जैसे, चिकित्सक, दाइयां, राज्य स्वास्थ्य विभाग अधिकारी और सेवा प्रदाता इस योजना के केंद्र में हैं और तकनीकी खामियों पर काम चल रहा है।

यूनीसेफ के मुताबिक भारत में पांच साल की उम्र के तकरीबन 20 लाख बच्चे कुपोषण और बीमारी के कारण हर साल मारे जाते हैं। पूरी दुनिया में मरने वाले नवजात शिशुओं और बच्चों की मौत के एक चौथाई मामले भारत में दर्ज किए जाते हैं। इसी तरह भारत में हर साल एक साल महिलाओं की बच्चों को जन्म देने के दौरान मौत हो जाती है। मातृ मृत्यु के संबंध में यह संख्या विश्व की संख्या की एक-चौथाई है।

प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

Published

on

By

Loading

महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

Continue Reading

Trending