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अन्तर्राष्ट्रीय

ऑस्ट्रेलिया ने भयानक खतरों के लिए उत्‍तर कोरिया को चेताया

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उत्‍तर कोरिया अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, स्मरणोत्सव, कोरल सागर

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मेलबोर्न। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने चेतावनी दी कि उनका देश और अमेरिका क्षेत्रीय शांति के लिए उत्तर कोरिया के ‘‘दुस्साहसी, खतरनाक खतरों’’ को बर्दाश्त नहीं करेगा।

अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, स्मरणोत्सव, कोरल सागर

प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ऑस्ट्रेलिया के उत्तरपूर्वी शहर टाउन्सविले में द्वितीय विश्वयुद्ध के नौसैनिक युद्ध के स्मरणोत्सव के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। वहां, ऑस्ट्रेलियाई और अमेरिकी नागरिक चार से आठ मई 1942 तक चली कोरल सागर की निर्णायक लड़ाई की याद में जमा हुए थे।

इस युद्ध में ऑस्ट्रेलियाई जहाजों के सहयोग से अमेरिकी विमानवाहक पोतों ने पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी में जापानी नौसेना की घुसपैठ को रोका था।

टर्नबुल युद्ध के शुरू होने की 75वीं वषर्गांठ के अवसर पर द्वितीय विश्वयुद्ध के विमानवाहक पोत यूएसएस इंटरपिड में सवार होकर गुरुवार को न्यूयॉर्क में पहली बार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे।

आपको बता दें कि पिछले कुछ समय से लगातार उत्तर कोरिया के बर्ताव के कारण उसे पूरी दुनिया के कड़े रुख का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा था कि उत्तर कोरिया के साथ बहुत बड़ा संघर्ष संभव है।

 

 

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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