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करारी हार पर अखिलेश यादव का तंज, यूपी की जनता शायद बुलेट ट्रेन चाहती है

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के हाथों करारी हार झेलने के बाद निवर्तमान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा है कि जनता शायद उत्तर प्रदेश में बुलेट ट्रेन चाहती है। अखिलेश ने हार के कारण बताने की बजाय उल्टा तंज कसते हुए कहा, “मुझे लगता है जनता हमसे भी अच्छा काम चाहती है। शायद उन्हें एक्सप्रेस-वे पसंद नहीं आया है और लगता है वे बुलेट ट्रेन चाहती हैं। उम्मीद है कि उप्र में बुलेट ट्रेन आएगी।”

अखिलेश ने कहा, “हमने किसानों का 1600 करोड़ रुपये कर्ज माफ किया था। मैं समझता हूं कि सूबे के सभी किसानों का कर्ज अब माफ हो जाएगा।”

अखिलेश ने कहा, “कांग्रेस के साथ गठबंधन से हमें फायदा हुआ है और यह भविष्य में भी जारी रहेगा। मुझे खुशी है कि कांग्रेस के साथ गठबंधन रहा और दो युवा नेता साथ आए।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किसानों की कर्ज माफी के वादे पर कटाक्ष करते हुए अखिलेश ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने कैबिनेट की पहली ही मीटिंग में किसानों के कर्ज माफ करने की बात कही थी। उम्मीद है ऐसा होगा और प्रधानमंत्री ने कहा है तो पूरे देश के ही किसानों का कर्ज माफ हो जाएगा।”

अखिलेश ने कहा, “जनता का फैसला हमें पूरी खुशी के साथ स्वीकार है। चुनाव में साथ खड़े रहे नेताओं और कार्यकर्ताओं का धन्यवाद देता हूं। हमने पांच साल में काम करने का प्रयास किया। उम्मीद है कि आने वाले पांच साल में नई सरकार समाजवादी पार्टी से भी बेहतर काम करेगी।”

नरेंद्र मोदी के जनता से वादों को लेकर अखिलेश ने कहा, “हमने लोगों को अपनी योजनाओं के बारे में खूब समझाया। लेकिन, लगता है कि कभी-कभी लोकतंत्र में समझाने की बजाय बहकाने से वोट मिल जाते हैं। मैं समझता हूं कि पहली ही कैबिनेट में किसानों का कर्ज माफ हो जाएगा। शायद बुलेट ट्रेन आएगी सूबे में।”

अखिलेश ने कहा, “हमारी साइकिल ट्यूबलेस साइकिल थी, आगे भी पंचर नहीं होगी।” 2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर अखिलेश ने कहा कि पहले कैबिनेट के फैसले आ जाने दीजिए। 2019 तो अभी दूर है।

अखिलेश ने बसपा अध्यक्ष मायावती की ओर से ईवीएम पर सवाल खड़े किए जाने पर कहा, “मैं मानता हूं कि यदि बसपा नेता ने ईवीएम पर कोई सवाल उठाया है तो इस पर सरकार को सोचना चाहिए। मैं बूथ का विश्लेषण करने के बाद अपनी बात रखूंगा। यदि सवाल उठा है तो सरकार को जांच करा लेनी चाहिए।”

प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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