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प्रादेशिक

कश्मीर घाटी में 68वें दिन भी बंद जारी

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बंद जारी

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बंद जारीश्रीनगर| कश्मीर घाटी में अलगाववादियों के आह्वान पर बुधवार को लगातार 68वें दिन जारी बंद को देखते हुए प्रशासन ने श्रीनगर तथा घाटी के अन्य स्थानों पर भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “श्रीनगर और अन्य जिलों में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए बुधवार को पर्याप्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।”

प्रशासन ने मंगलवार को ईद-उल-अजहा की नमाज के बाद अलगाववादियों की ओर से व्यापक हिंसा की साजिश से संबंधित खुफिया रिपोर्ट मिलने के बाद घाटी के अधिकांश इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया था। साथ ही लोगों को कहीं भी बड़े पैमाने पर ईद की नमाज के लिए एकत्र होने की अनुमति नहीं थी।

यहां बुधवार को सुरक्षा बलों के जवान लोगों की आवाजाही पर रोक नहीं लगा रहे हैं, जो मुख्यत: श्रीनगर के ऊपरी इलाकों और पुराने शहर में देखी जा रही है। अधिकांश लोग कुर्बानी का मटन लेकर अपने परिजनों और दोस्तों के पास जाते देखे जा रहे हैं।

घाटी में बुधवार को लगातार तीसरे दिन मोबाइल फोन और लैंडलाइन के जरिये इंटरनेट सेवा बंद है। बीएसएनएल पोस्टपेड के अतिरिक्त अन्य मोबाइल फोन सेवा भी पिछले तीन दिन से बंद है।

घाटी में आठ जुलाई को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद नौ जुलाई को भड़की हिंसा के बाद से ही यहां सभी प्रीपेड फोन सेवा पर इनकमिंग कॉल बंद है।

घाटी में 2010 के बाद यह सबसे वीभत्स हिंसा है, जिसमें अब तक 85 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 11,500 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

घाटी में शैक्षिक संस्थान, मुख्य बाजार, सार्वजनिक परिवहन तथा अन्य व्यवसाय भी बंद हैं।

पिछले 68 दिनों से घाटी के बारामूला कस्बे और जम्मू क्षेत्र के बनिहाल कस्बे के बीच ट्रेन सेवाएं भी बंद हैं।

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

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प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

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