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प्रादेशिक

कश्मीर चुनाव : अब्दुल गनी विधानसभा में भाजपा के एकमात्र मुस्लिम चेहरा

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श्रीनगर| जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भले ही दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन वह अपने सिर्फ एक मुस्लिम उम्मीदवार को ही जिताने में कामयाब हो पाई है। अब्दुल गनी कोहली विधानसभा में भाजपा के एकमात्र मुस्लिम चेहरा होंगे। राज्य विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को घोषित परिणाम के अनुसार, काला कोट विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार अब्दुल गनी कोहली ने नेशनल कांफ्रेंस के रक्षपाल सिंह को 6,178 वोट से हराया। इस तरह कोहली राज्य विधानसभा में भाजपा के एकमात्र मुस्लिम चेहरा होंगे।

इसके अलावा इंद्रवाल सीट से भाजपा उम्मीदवार तारिक हुसैन कीन और राजौरी सीट से भाजपा उम्मीदवार चौधरी तालिब हुसैन किसी तरह दूसरा स्थान हासिल कर सके। इंद्रवाल सीट से कांग्रेस के गुलाम मोहम्मद सरूरी ने तारिक को 12,370 मतों से हराया, जबकि राजौरी सीट से पीपुल्स डेमोकेट्रिक पार्टी (पीडीपी) के कमर हुसैन ने तालिब हुसैन को 2,490 मतों से मात दी। भाजपा के ये तीन मुस्लिम उम्मीदवार जिन सीटों से खड़े थे, वे सीटें जम्मू क्षेत्र में आती हैं। घाटी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों में उमड़ी भारी भीड़ के बावजूद भाजपा उम्मीदवारों को सफलता नहीं मिल पाई। सीट जीतना तो दूर भाजपा का कोई उम्मीदवार घाटी में लड़ाई में भी नहीं आ पाया।

भाजपा ने पांच चरणों में संपन्न हुए चुनावों में 87 सदस्यीय विधानसभा के लिए 23 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे। मुस्लिम बहुल घाटी में जहां भाजपा का एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं जीत पाया, वहीं हिंदू बहुल जम्मू क्षेत्र में भाजपा के सिर्फ एक मुस्लिम उम्मीदवार को सफलता मिल पाई है। जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा चुनाव में पीडीपी सबसे बड़ी बनकर उभरी है। भाजपा दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। पीडीपी ने 28 और भाजपा ने 25 सीटों पर जीत हासिल की है। सत्तारूढ़ नेशनल कांफ्रेंस को 15 सीटें मिली हैं, जबकि कांग्रेस 11 सीटें जीत चुकी है और एक अन्य पर बढ़त बनाए हुए है।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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