मुख्य समाचार
कश्मीर में पेलेट गन पर तुंरत बैन की मांग
पीएम नरेंद्र मोदी से मिलीं कश्मीर की विपक्षी पार्टियां
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि राज्य में पेलेट गन के इस्तेमाल को तुंरत प्रतिबंधित किया जाए और राज्य के सभी संबंधित पक्षों से बातचीत की शुरुआत की जाए। उनका कहना है कि घाटी के हालिया बिगड़े हालात पर अगर जल्द ध्यान नहीं दिया गया तो लोगों के बीच अलगाव की भावना को और बल मिलेगा।
पीएम से मिलकर जताई चिंता
जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नैशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख उमर अब्दुल्ला की अगुवाई में राज्य की विपक्षी पार्टियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को पीएम मोदी से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें कश्मीर घाटी में हिंसा के हालिया दौर के बीच हुई मौतों पर दुख और चिंता जताई गई। प्रतिनिधिमंडल ने पीएम से अपील की कि घाटी के हालात को सुधारने की खातिर राजनीतिक दृष्टिकोण का सहारा लिया जाए और राज्य के सभी संबंधित पक्षों के साथ राजनीतिक स्तर पर बातचीत की शुरुआत की जाए।
पेलेट गन को बैन करने की मांग
ज्ञापन में पीएम से अपील की गई कि वह राज्य में पेलेट गन के इस्तेमाल पर तुरंत बैन लगाने की घोषणा करें क्योंकि हालिया अशांत माहौल में इससे लोगों को गंभीर चोटें आई हैं और कई युवा लड़के-लड़कियों की आंखों की रोशनी चली गई है। इसमें कहा गया, ‘हम आपसे यह भी आग्रह करते हैं कि सामूहिक उत्पीड़न, छापेमारी और गिरफ्तारियों की नीति के खिलाफ आप सभी संबंधित पक्षों को सलाह दें क्योंकि इसने राज्य के पहले से अस्थिर माहौल को और ज्यादा खराब किया है और यह हमारे लोकतांत्रिक ताने-बाने और मूल्यों के खिलाफ है।’
राजनैतिक दृष्टिकोण पर चिंता
इसके साथ ही इस हालात से निपटने में राजनैतिक दृष्टिकोण की कमी पर चिंता भी जताई गई। इस प्रतिनिधिमंडल ने पीएम से कहा कि कश्मीर के राजनैतिक मुद्दों का समाधान राजनैतिक तरीके से करने की बजाय प्रशासनिक तरीके से करने की विधि ने हालात को और ज्यादा खराब किया है और लोगों, खासकर युवाओं के बीच असंतुष्टि और विरक्ति की अभूतपूर्व भावना विकसित की है।इस प्रतिनिधिमंडल में उमर अब्दुल्ला के अलावा राज्य कांग्रेस प्रमुख जीए मीर की अगुवाई में कांग्रेस के सात सदस्य, सीपीएम विधायक एमवाई तारीगामी और नैशनल कॉन्फ्रेंस प्रांतीय प्रमुखों नासिर वानी और दविंदर राणा सहित पार्टी के आठ सदस्य शामिल थे।
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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत
पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.
शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव
अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।
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