Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

काठमांडू के 28 इलाकों में प्रवेश पर रोक

Published

on

Loading

 

काठमांडू| नेपाल में 25 अप्रैल को आए भीषण भूकंप और उसके बाद के विभिन्न झटकों के बाद जीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है और सड़कों पर यातायात दोबारा से शुरू कर दिया गया है। नेपाल पुलिस ने काठमांडू घाटी में सड़कों के किनारे स्थित मकानों और अन्य संरचनाओं की खस्ताहालत को देखते हुए कुछ सड़कों पर प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो।

जिन इलाकों में प्रतिबंध लगाया गया है उसमें कुछ महत्वपूर्ण एतिहासिक स्थल, क्षतिग्रस्त इमारतों वाले जोखिम भरे क्षेत्र और ऐसे स्थान शामिल हैं जहां पर टूटी हुई इमारतों को ढहाने का काम जारी है।

पुलिस ने घाटी के काठमांडू, ललितपुर और भक्तपुर जिले के 28 स्थानों पर भारी और हल्के दोनों तरह के वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी है। इस फैसले से लोगों को परेशानी के अलावा परिवहन सेवा प्रभावित होने की उम्मीद है।

मेट्रोपोलियन ट्रैफिक पुलिस डिवीजन (एमटीपीडी) के मुताबिक, विभाग ने उन स्थानों पर वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी है जहां पर 25 अप्रैल के भूकंप के बाद इमारतें झुक (बगल में अथवा सामने की ओर) गई थीं।

पुलिस ने एक बयान में कहा, “सड़क मार्गो के आसपास बने कई घर और इमारतें संरचनात्मक रूप से असुरक्षित हैं और लगातार आ रहे झटकों के बीच किसी भी समय ढह सकती हैं। उचित होगा कि ढहने की कगार पर खड़ी इन इमारतों को जब तक ध्वस्त नहीं किया जाता, तब तक वहां पर वाहनों का परिचालन प्रतिबंधित रहे। वाहनों के परिचालन से संरचनाओं के ढहने का खतरा बढ़ सकता है।”

यातायात पुलिस ने हीरारत्न सिनेमा हॉल से कोलूपुर चौक जाने वाले रास्ते पर वाहनों का परिचालन रोक दिया। इसी प्रकार से कई अन्य मार्गो पर भी पुलिस ने यातायात रोक दिया है।

एक अधिकारी ने कहा कि यातायात प्रबंधन के लिए वाहनों के वैकल्पिक मार्ग से गुजरने का प्रतिबंध किया गया है।

उन्होंने कहा, “यातायात पुलिसकर्मी अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ बाधित सड़कों को पुन: खोलने में सक्रियता से लगे हुए हैं।” हालांकि विभिन्न पारगमन स्थलों से काठमांडू में वाहनों का परिचालन पूर्व की भाांति जारी है।

नेशनल

महाराष्ट्र में बोले अमित शाह- शरद पवार की चार पुश्तें भी जम्मू-कश्मीर में धारा 370 वापस नहीं ला सकती

Published

on

Loading

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के सांगली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी, कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी गठबंधन पर जमकर हमला बोला। अमित शाह ने कहा, “मैं एमवीए वालों से पूछने आया हूं कि औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर होना चाहिए या नहीं?

अमित शाह ने आगे कहा, ”अभी-अभी जम्मू कश्मीर के असेंबली में मीटिंग हुई, नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ कांग्रेस पार्टी ने भी एक संकल्प किया कि धारा 370 वापस लाइए, कश्मीर जो है भारत का अभिन्न यंग नहीं है। मैं आज संभाजी महाराज की भूमि पर कह कर जा रहा हूं- शरद पवार साहब, चाहे आपकी चार पुश्ते भी आ जाएं, हम धारा 370 को वापस नहीं आने देंगे।”

अमित शाह यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने राम मंदिर का जिक्र करके कांग्रेस पार्टी पर हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी 75 साल से राम मंदिर को लटका रही थी। राहुल गांधी अयोध्या नहीं गए, उन्हें वोट बैंक से डर लगता है। हम बीजेपी वाले उस वोट बैंक से नहीं डरते हैं. हमने काशी विश्वनाथ का कॉरिडोर भी बनाया, सोमनाथ का मंदिर भी सोने का बन रहा है। उन्होंने आगे कहा कि यहां पर तुष्टिकरण की राजनीति चल रही है, इसे रोकने का एकमात्र रास्ता बीजेपी की सरकार है। महायुति की सरकार है।

 

Continue Reading

Trending