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काला हिरण शिकार मामले की सुनवाई आठ मार्च को

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काला हिरण, अभिनेता सलमान खान, सरकारी अधिवक्ता भवानी सिंह, डॉ. नेपालिया, एफआईआर

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जोधपुर । बहुचर्चित काला हिरण शिकार प्रकरण में अदालत ने अगली सुनवाई के लिए आठ मार्च की तारीख तय है। अभिनेता सलमान खान की तरफ से उनके वकील ने अदालत में अपना पक्ष रखा है। वहीं सरकारी वकील ने इसका जवाब देने के लिए समय मांगा है। अब मामले में आठ मार्च को सुनवाई होगी। पिछली सुनवाई में सरकारी अधिवक्ता ने एक आवेदन पेश कर इस मामले में काले हिरणों का पोस्टमार्टम करने वाला डॉक्टर से जुड़े दस्तावेज मांगे थे।

काला हिरण, अभिनेता सलमान खान, सरकारी अधिवक्ता भवानी सिंह, डॉ. नेपालिया, एफआईआर

सरकारी अधिवक्ता भवानी सिंह ने एक मार्च को फाइनल आर्ग्युमेंट शुरू होने से पहले मृत हिरणों का पोस्टमार्टम करने वाले डॉ. नेपालिया के खिलाफ दर्ज मामलों की एफआईआर व चार्जशीट उपलब्ध कराने की मांग की थी। डॉ. नेपालिया की मौत हो चुकी है और उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट को गलत मानते हुए मेडिकल बोर्ड से दोनों हिरणों का नए सिरे से पोस्टमार्टम कराया गया था।

गलत रिपोर्ट पेश करने के लिए डॉ. नेपालिया के खिलाफ विभाग ने पुलिस में मामला दर्ज कराया था और बाद में इसकी चार्जशीट न्यायालय में पेश की गई। इस मामले का निर्णय होने से पूर्व डॉ. नेपालिया की मौत हो गई। ऐसे में मामला आगे नहीं बढ़ पाया। अब सरकारी अधिवक्ता की ओर से डॉ. नेपालिया की रिपोर्ट मांगने से नया पेच आ गया। इससे फाइनल आर्ग्युमेंट शुरू होने में विलम्ब हो सकता है।
वर्ष 1998 में जोधपुर में अपनी एक फिल्म की शूटिंग के दौरान सलमान खान पर जोधपुर शहर के निकट स्थित कांकाणी गांव की सरहद पर दो काले हिरणों का गोली मार शिकार करने का आरोप लगा। गोली की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंच गए।

ग्रामीणों को देख सलमान दोनों हिरणों को वहीं छोड़ मौके से फरार हो गए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उन्होंने सलमान खान को शिकार करते देखा। इस दौरान उनके ओपन जिप्सी में सैफ अली खान, नीलम, तब्बू व सोनाली भी बैठीं थी। ये सभी मिलकर हिरण को गोली मारने के लिए सलमान को उकसा रहे थे।

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बदल गई उपचुनावों की तारीख! यूपी, केरल और पंजाब में बदलाव पर ये बोला चुनाव आयोग

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नई दिल्ली। विभिन्न उत्सवों के कारण केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे। कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय और राज्य दलों के अनुरोध पर चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है।

विभिन्न उत्सवों की वजह से कम मतदान की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए, चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है। ऐसे में ये साफ है कि अब यूपी, पंजाब और केरल में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे।

चुनाव आयोग के मुताबिक राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों की ओर से उनसे मांग की गई थी कि 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख में बदलाव किया जाए, क्योंकि उस दिन धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम हैं। जिसके चलते चुनाव संपन्न करवाने में दिक्कत आएगी और उसका असर मतदान प्रतिशत पर भी पड़ेगा।

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