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खेल-कूद

कुक कप्तानी से थक चुके थे : स्ट्रॉस

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कुक कप्तानी से थक चुके थे : स्ट्रॉस

लॉर्ड्स | इंग्लैंड टीम के कप्तान एलिस्टर कुक के कप्तानी छोड़ने के बाद इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के निदेशक एंड्रयू स्ट्रॉस ने कहा है कि कुक इंग्लैंड टीम की कप्तानी से थक चुके थे। कुक ने सोमवार को इंग्लैंड की टेस्ट टीम के कप्तान पद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने इंग्लैंड के लिए रिकार्ड 59 टेस्ट में कप्तानी की।

बीबीसी ने स्ट्रॉस के हवाले से लिखा है, “कुक इंग्लैंड टेस्ट टीम के कप्तान की हैसियत में मिलने वाली लगातार सख्ती से थक चुके थे।”

कुक ने स्ट्रॉस के बाद ही इंग्लैंड टीम की कप्तानी संभाली थी।

स्ट्रॉस ने कहा है कि कुक के जाने के बाद उप कप्तान जो रूट कप्तानी के पद के प्रबल दावेदार हैं। हालांकि उन्होंने साथ ही कहा है कि वह किसी और के भी इस पद पर आने की संभावना को खारिज नहीं कर रहे हैं।

कुक टेस्ट में इंग्लैंड के ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने अभी तक खेले गए 140 टेस्ट मैचों में 11,057 रन बनाए हैं और 30 शतक जड़े हैं। पिछले साल दिसंबर में भारत के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 0-4 से हारने के बाद कुक की कप्तान की काफी आलोचना हुई थी।

स्ट्रॉस ने कहा कि कुक ने यह फैसला लेने के लिए पर्याप्त समय लिया।

स्ट्रॉस ने कहा, “हम सभी जानते हैं कि यह मुश्किल शीतकालीन सत्र रहा है। उनके लिए कप्तानी छोड़ने का यह सही समय था। उन्होंने सोचा होगा कि टीम को आगे ले जाने के लिए सही रास्ता क्या हो सकता है।”

उन्होंने कहा, “जनवरी में मैंने उनसे बात की थी। तब यह साफ लगा कि कुक को लगता है कि अगले 12 महीने टीम की आगे ले जाने के लिए काफी ऊर्जा व प्रतिबद्धता की जरूरत है।”

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने कहा, “सिर्फ आपको ही पता होता है कि आपमें कितनी ऊर्जा बची है और इंग्लैंड की कप्तानी आप से कितनी ऊर्जा ले रही है।”

स्ट्रॉस ने कहा, “उन्हें (कुक को) लगता है कि यह समय है जब नई पीढ़ी को मौका दिया जाए और एक नई सोच को टीम की जिम्मेदारी दी जाए।”

स्ट्रॉस ने कहा कि उन्होंने कुक को अपना फैसला वापस लेने को नहीं कहा। उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा, “एक बार जब साफ हो गया कि वह क्या सोच रहे हैं और यह उनका फैसला है तो फिर ऐसे में उनको मनाना गलत होता।”

खेल-कूद

विराट कोहली ने की है 12वीं तक पढ़ाई, इस सब्जेक्ट का नाम सुनकर ही आ जाता था पसीना

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नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली आज अपना 36वां जन्मदिन मना रहे हैं। अपने 16 साल के करियर में विराट इतने आगे निकल गए हैं कि उनके रिकार्ड्स को तोड़ना लगभग नामुमकिन सा लगता है। आज विराट के जन्मदिन के मौके पर हम आपको ऐसी बात बताने जा रहे हैं जो आपने शायद पहले कभी नहीं सुनी होगी। आज हम आपको बताएंगे कि मैदान पर अपनी बल्लेबाजी से गेंदबाजों को डराने वाले विराट किससे डरा करते थे।

आपको जानकर हैरानी होगी कि मैदान पर रिकॉर्ड्स के अंबार लगाने वाले विराट कोहली ने केवल 12वीं तक की ही पढ़ाई की है। क्रिकेट के प्रति दीवानगी के चलते उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। विराट ने दिल्ली की ‘विशाल भारती पब्लिक स्कूल’ से पढ़ाई की है। स्कूल की वेबसाइट में भी एल्युमनाई में कोहली का जिक्र है और उनकी तस्वीरें भी लगा रखी है।

दिल्ली के जानेमाने स्कूल में से एक इस स्कूल को कई अवार्ड मिल चुके हैं। विराट का फेवरेट सब्जेक्ट हिस्ट्री था। विराट हमेशा से ही अतीत की बातें सीखने के लिए उत्सुक रहते थे। मैथ्स एक ऐसा सब्जेक्ट था जिसके बारे में सुनकर विराट के पसीने छूट जाते थे। कहा जाता है कि एक बार विराट को मैथ्स में 100 में केवल 3 ही मार्क्स मिले थे।

विराट कोहली की ही कप्तानी में भारतीय टीम ने 2008 का अंडर-19 वर्ल्ड कप जीती थी। यह टूर्नामेंट मलेशिया में खेला गया था। इस शानदार प्रदर्शन के दम पर कोहली ने टीम इंडिया के लिए अपना पहला इंटरनेशनल मैच 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के खिलाफ खेला था।

 

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