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प्रादेशिक

केंद्रीय मंत्री ने सहायक के इस्तीफे पर सफाई दी

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श्रीपद नाइक, नरेंद्र मोदी, फेसबुक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, गोवा, संजय जोशी

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पणजी| केंद्रीय आयुष राज्यमंत्री श्रीपद नाइक ने कहा है कि पार्टी आलाकमान के निर्देश पर उनके निजी सचिव नितिन सरदारे इस्तीफे के लिए कहा गया। संजय जोशी के जन्मदिन की बधाई से संबंधित पोस्टरों से कथित संबंध होने के कारण सरदारे को बर्खास्त करने के बाद से श्रीपद नाइक सुर्खियों में हैं। जोशी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धुर विरोधी माने जाते हैं। फेसबुक पर मंगलवार देर रात अपलोड किए गए एक पोस्ट में नाइक ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि सरदारे ने जोशी को जन्मदिन की बधाई देने वाले पोस्टर लगवाए थे अथवा नहीं। जोशी पहले मोदी के सहयोगी थे, फिर प्रतिद्वंद्वी बने और अब वे विरोधी हैं। नाइक ने यह पोस्ट सरदारे की अचानक बर्खास्तगी की मीडिया में आई रपटों के बाद की।

नाइक ने मंगलवार रात 11 बजे के करीब फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा, “पार्टी ने मुझे बताया कि उन पर अनुशासनहीनता का आरोप है और इसीलिए उन्हें इस्तीफा देना होगा। इसीलिए मैंने उनसे इस्तीफा देने के लिए कहा और उन्होंने इस्तीफा दे दिया।” मीडिया रपटों में पहले कहा गया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व ने उन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है, जिन्होंने छह अप्रैल को जोशी को उनके जन्मदिन पर बधाई दी थी। इनमें सरदारे का नाम भी शामिल है। सरदारे कई वर्षो से नाइक के सहयोगी हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और गुजरात भाजपा में नरेंद्र मोदी के समकालीन संजय जोशी पिछले कुछ वर्षो में नरेंद्र मोदी के कड़े आलोचक के रूप में उभरे हैं। नाइक ने हालांकि कहा कि वह एक धार्मिक समारोह में शामिल होने के लिए गोवा में हैं और उन्हें जोशी के जन्मदिन के संबंध में कोई जानकारी नहीं है।

नाइक ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा, “मैंने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर सुबह से अपने बारे में जन्मदिन की बधाई के संबंध में कुछ पोस्टर और बैनर लगे होने की खबरें चलते हुए देखी, जिनमें मेरे बारे में गलत जानकारी दी जा रही थी। मैं एक बात साफ कर दूं कि इस मामले में मेरा कोई हस्तेक्षप नहीं है, और कुछ समाचार चैनल गलत जानकारी दे रहे हैं। मैं पांच अप्रैल से 12 अप्रैल तक एक धार्मिक समारोह के लिए गोवा में था।” उन्होंने कहा, “मैं नहीं जानता कि नितिन सरदारे ने संजय जोशी के जन्मदिन पर पोस्टर लगवाए थे अथवा नहीं।”

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

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प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

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