Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

केंद्र ने तेलंगाना को दिए अतिरिक्त 450 करोड़

Published

on

केंद्र सरकार, तेलंगाना, वित्त मंत्रालय, 450 करोड़ रुपये

Loading

केंद्र सरकार, तेलंगाना, वित्त मंत्रालय, 450 करोड़ रुपये

नई दिल्ली | केंद्र सरकार ने तेलंगाना को उसके पिछड़े क्षेत्रों के विकास के लिए अतिरिक्त 450 करोड़ रुपये की विशेष सहायता दी है। अब तक राज्य को कुल 900 करोड़ रुपये विशेष सहायता के तौर पर दिए जा चुके हैं। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

वित्त मंत्रालय ने यहां एक बयान जारी कर कहा, ” तेलंगाना के पिछड़े क्षेत्रों के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं के तहत केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2016-17 के लिए राज्य को और 450 करोड़ रुपये की विशेष सहायता प्रदान की है।”

बयान में कहा गया है कि इससे पहले केंद्र सरकार ने 2015-16 में तेलंगाना के 9 पिछड़े जिलों आदिलाबाद, निजामाबाद, करीमनगर, वारंगल, मेडक, महबूबनगर, रंगारेड़्डी, नालगोंडा और खम्मम के विकास के लिए 450 करोड़ रुपये जारी किए थे। कुल मिलाकर केंद्र सरकार अब तक 900 करोड़ रुपये जारी कर चुकी है। आंध्र प्रदेश पुर्नगठन अधिनियम 2014 के तहत केंद्र सरकार दोनों राज्यों के विकास के लिए अनुदान दे रही है।

 

नेशनल

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की हार पर बोलीं कंगना रनौत, उनका वही हश्र हुआ जो ‘दैत्य’ का हुआ था

Published

on

Loading

मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को मिली प्रचंड जीत ने विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी में शामिल पार्टियों को चारों खाने चित कर दिया है। महाराष्ट्र में पार्टी की प्रचंड जीत पर बीजेपी की सांसद कंगना रनौत काफी खुश हैं। वहीं, उद्धव ठाकरे की हार पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कंगना ने कहा कि महिलाओं का अपमान करने की वजह से उनका ये हश्र हुआ है। मुझे उनकी हार का अनुमान पहले से ही था।

कंगना रनौत ने कहा, “मुझे उद्धव ठाकरे की हार का अनुमान पहले ही था। जो लोग महिलाओं का अपमान करते हैं, वे राक्षस हैं और उनका भी वही हश्र हुआ जो ‘दैत्य’ का हुआ था। वे हार गए, उन्होंने महिलाओं का अपमान किया। मेरा घर तोड़ दिया और मेरे खिलाफ अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया, इसलिए यह स्पष्ट है कि वे सही और गलत की समझ खो चुके हैं।

बता दें कि कंगना रनौत और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार के बीच 2020 में तब कड़वाहट भरी झड़प हुई थी, जब तत्कालीन अविभाजित शिवसेना के नेतृत्व वाली बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने उनके बांद्रा स्थित बंगले में कथित अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया था। अपने बंगले में तोड़फोड़ की कार्रवाई से पहले रनौत ने यह भी कहा था कि उन्हें “मूवी माफिया” से ज्यादा मुंबई पुलिस से डर लगता है और उन्होंने महाराष्ट्र की राजधानी की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से की थी।

Continue Reading

Trending