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दिल्ली में एफटीआईआई जैसे संस्थान की योजना : केजरीवाल

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नई दिल्ली|पुणे स्थित भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) के छात्रों को दिल्ली आकर अस्थाई तौर पर पढ़ाई करने का न्यौता देने के बाद यहां के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार की योजना राष्ट्रीय राजधानी में भी एफटीआईआई की तर्ज पर स्वायत्त फिल्म संस्थान की स्थापना की है। केजरीवाल ने ट्विटर पर एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि उनकी सरकार दिल्ली में एक स्वायत्त फिल्म संस्थान की स्थापना की योजना बना रही है।

इससे पहले केजरीवाल ने महाराष्ट्र पुलिस द्वारा एफटीआईआई के प्रदर्शनकारी छात्रों की मंगलवार आधी रात को दंगा करने के आरोप में गिरफ्तारी पर हैरानी जताई।

केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा, “एफटीआईआई में जो हो रहा है, मैं उसे सुनकर हैरत में हूं। एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का संस्थान सरकार के गलत निर्णयों के कारण सुनियोजित तरीके से बर्बाद हो रहा है।”

मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं एफटीआईआई के विद्यार्थियों को दिल्ली में अस्थाई तौर पर पढ़ाई करने का प्रस्ताव देता हूं। दिल्ली सरकार आपको यहां अस्थाई रूप से स्थान मुहैया कराएगी, जहां आप केंद्र सरकार द्वारा आपकी मांगें मान लेने तक कक्षाओं का संचालन कर सकते हैं।”

केजरीवाल ने कहा कि यदि केंद्र सरकार अंतत: उनकी मांगों पर सहमत नहीं होती है तो दिल्ली सरकार एफटीआईआई को अस्थाई रूप से दिए गए स्थान को ही संस्थान के रूप में विकसित करेगी, जहां विद्यार्थी शिक्षा-प्रशिक्षण जारी रख सकेंगे।

उल्लेखनीय है कि एफटीआईआई के विद्यार्थी करीब ढाई महीनों से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सदस्य एवं टेलीविजन अभिनेता गजेंद्र चौहान को संस्थान का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने का विरोध कर रहे हैं।

इसी क्रम में प्रदर्शनकारी छात्रों ने सोमवार को संस्थान के निदेशक प्रशांत पाथराबे और दूसरे कर्मचारियों को उनके कार्यालय में आठ घंटों तक बंधक बनाकर रखा था और कार्यालय में तोड़फोड़ भी की थी, जिसके बाद मंगलवार रात पांच छात्रों को गिरफ्तार कर लिया गया।

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‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।

उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।

विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा

प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।

विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान

योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।

समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा

पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।

खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग

योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।

बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति

चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।

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