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खेल-कूद

कैंडी टेस्ट : कैंडी टेस्ट : भारत ने 3-0 से श्रीलंका का सूपड़ा साफ किया

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कैंडी (श्रीलंका), 14 अगस्त (आईएएनएस)| शानदार फार्म में चल रही भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने गेंदबाजों के दमदार प्रदर्शन के दम पर पेल्लेकेले स्टेडियम में खेले गए तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच के तीसरे दिन सोमवार को श्रीलंका को एक पारी और 171 रनों से हराकर तीन टेस्ट मैचों की सीरीज 3-0 से अपने नाम कर ली। भारत ने पहली बार अपने देश के बाहर तीन मैचों की सीरीज में किसी टीम का सूपड़ा साफ किया है। भारत ने गॉल में खेले गए पहले टेस्ट में श्रीलंका को 304 रनों से हराया था। इसके बाद कोलंबो में उसने मेजबान टीम को एक पारी और 53 रनों से हराकर सीरीज अपने नाम की थी। यह भारत की श्रीलंका में पारी के अंतर से पहली जीत थी।

इसके बाद भारत ने कैंडी का रुख किया और तीसरे टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए इस सीरीज में अपना दूसरा शतक लगाने वाले शिखर धवन (119), लोकेश राहुल (85) और अपने करियर का पहला सैकड़ा जड़ने वाले हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या (108) की शानदार पारियों के दम पर अपनी पहली पारी में 487 रन बनाए।

इसके बाद भारत ने कुलदीप यादव (40-4) के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन के दम पर श्रीलंका की पहली पारी 135 रनों पर समेट कर उसे फॉलोऑन को मजबूर कर दिया। श्रीलंकाई टीम फॉलोऑन करते हुए तीसरे दिन का दूसरा सत्र समाप्त होने से पहले ही 181 रन बनाकर सिमट गई।

कैंडी के 119 के अलावा धवन ने गॉल में 190 रनों की तूफानी पारी खेली थी। इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें ‘मैन ऑफ द सीरीज’ चुना गया। धवन का कहना है कि सीरीज से पहले हांगकांग में बिताई छुट्टियों ने उन्हें ताजा शुरुआत के लिए काफी मदद दी। यह उनका स्वाभाविक खेल है और वह ऐसा ही खेलते रहना चाहते हैं।

तीसरे टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करने वाले हार्दिक को ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया। उन्होंने इस टेस्ट में कपिल देव के एक ओवर में 24 रन बनाने के रिकॉर्ड को तोड़ा। हार्दिक ने इस मैच में एक ओवर में 26 रन बनाए। उन्होंने कहा, मैं अपना पहला शतक लगाकर काफी खुश हूं। टेस्ट क्रिकेट में इस प्रकार का प्रदर्शन आसान नहीं है। इसमें काफी कड़ी मेहनत लगती है। टीम को जब भी मेरी जरूरत होगी, तब मैं बल्लेबाजी के लिए तैयार रहूंगा।

इसके साथ ही भारत ने 2015 से लेकर अब तक लगातार नौ सीरीज जीतकर आस्ट्रेलिया के रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली है। 2005 से 2008 के बीच आस्ट्रेलिया ने लगातार नौ सीरीज जीती थी। भारत के अलावा इंग्लैंड ने भी एक बार लगातार आठ सीरीज जीती है।

बहरहाल, फॉलोऑन के लिए उतरी श्रीलंकाई टीम ने दूसरे दिन रविवार को एक विकेट के नुकसान पर 19 रन बनाए थे। दिमुथ करुणारत्ने सात रन बनाकर नाबाद लौटे थे जबकि मलिंदा पुष्पकुमारा ने खाता नहीं खोला था।

सोमवार को मेजबान टीम ने पहले सत्र की समाप्ति तक चार विकेट खोकर 82 रन बनाए। भोजनकाल तक आउट होने वाले तीन बल्लेबाज करुणारत्ने (19), पुष्पकुमारा (1) और कुशल मेंडिस (12) रहे। उपुल थरंगा (7) दूसरे दिन के अंतिम सत्र में आउट हुए थे।

दूसरे सत्र में श्रीलंका की पारी को आगे बढ़ाने उतरे कप्तान दिनेश चांडीमल (36) और एंजेलो मैथ्यूज (35) ने 65 रनों की साझेदारी कर टीम को संभालने की कोशिश की लेकिन कुलदीप ने चेतेश्वर पुजारा के हाथों चांडीमल को कैच आउट कर बड़ा रूप लेने से पहले इस साझेदारी को विराम लगा दिया।

इसके बाद रविचंद्रन अश्विन ने मैथ्यूज को पगबाधा आउट कर श्रीलंका का छठा झटका दिया। निरोशन डिकवेला (41) ने इसके बाद श्रीलंका की पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन दूसरे छोर पर साथ देने आए बल्लेबाज दिलरुवान परेरा (8) और लक्षण संदाकन (8) ज्यादा देर तक मैदान पर टिक नहीं पाए। परेरा को अश्विन ने और संदाकन को शमी ने पवेलियन पहुंचाया।

उमेश यादव ने एक छोर पर मेजबान टीम की पारी संभाले डिकवेला को 168 के स्कोर पर रहाणे के हाथों कैच आउट कर मेजबानों का नौंवा विकेट गिराया। अश्विन ने इसके बाद लाहिरु कुमारा (10) को पवेलियन भेजने के साथ ही 181 के स्कोर पर श्रीलंका की पारी समेट दी।

दूसरी पारी में भारत के लिए अश्विन ने सबसे अधिक चार विकेट लिए वही शमी तीन और उमेश को दो सफलता हासिल हुई। कुलदीप भी एक विकेट लेने में सफल रहे। कुलदीप ने इस मैच में कुल पांच विकेट लिए। शमी ने इस मैच में कुल पांच विकेट लिए जबकि अश्विन को कुल छह विकेट मिले।

मैच की समाप्ति के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा, नियमित बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन सबसे शानदार खेल हार्दिक का रहा। उन्होंने तीसरे टेस्ट में मध्य के ओवरों में टीम को अच्छी मजबूती दी। हमें प्रतिक्रियाशील होने के बजाए सक्रिय रहना पसंद करते हैं।

श्रीलंका के कप्तान चांडीमल ने कहा, आप टॉस पर अपना नियंत्रण नहीं बना सकते। एक टीम के तौर पर देखा जाए, तो यह सीरीज बहुत मुश्किल थी। भारत ने अच्छा क्रिकेट खेला। हमारी बल्लेबाजी और गेंदबाजी इस सीरीज में उम्मीद से कम रही। हमें और भी शांत बनना होगा और खेल पर अधिक ध्यान देना होगा।

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खेल-कूद

विराट कोहली ने की है 12वीं तक पढ़ाई, इस सब्जेक्ट का नाम सुनकर ही आ जाता था पसीना

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नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली आज अपना 36वां जन्मदिन मना रहे हैं। अपने 16 साल के करियर में विराट इतने आगे निकल गए हैं कि उनके रिकार्ड्स को तोड़ना लगभग नामुमकिन सा लगता है। आज विराट के जन्मदिन के मौके पर हम आपको ऐसी बात बताने जा रहे हैं जो आपने शायद पहले कभी नहीं सुनी होगी। आज हम आपको बताएंगे कि मैदान पर अपनी बल्लेबाजी से गेंदबाजों को डराने वाले विराट किससे डरा करते थे।

आपको जानकर हैरानी होगी कि मैदान पर रिकॉर्ड्स के अंबार लगाने वाले विराट कोहली ने केवल 12वीं तक की ही पढ़ाई की है। क्रिकेट के प्रति दीवानगी के चलते उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। विराट ने दिल्ली की ‘विशाल भारती पब्लिक स्कूल’ से पढ़ाई की है। स्कूल की वेबसाइट में भी एल्युमनाई में कोहली का जिक्र है और उनकी तस्वीरें भी लगा रखी है।

दिल्ली के जानेमाने स्कूल में से एक इस स्कूल को कई अवार्ड मिल चुके हैं। विराट का फेवरेट सब्जेक्ट हिस्ट्री था। विराट हमेशा से ही अतीत की बातें सीखने के लिए उत्सुक रहते थे। मैथ्स एक ऐसा सब्जेक्ट था जिसके बारे में सुनकर विराट के पसीने छूट जाते थे। कहा जाता है कि एक बार विराट को मैथ्स में 100 में केवल 3 ही मार्क्स मिले थे।

विराट कोहली की ही कप्तानी में भारतीय टीम ने 2008 का अंडर-19 वर्ल्ड कप जीती थी। यह टूर्नामेंट मलेशिया में खेला गया था। इस शानदार प्रदर्शन के दम पर कोहली ने टीम इंडिया के लिए अपना पहला इंटरनेशनल मैच 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के खिलाफ खेला था।

 

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