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प्रादेशिक

‘कैश फॉर वोट’ मामले में चंद्रबाबू को घसीटने की योजना

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हैदराबाद,तेलंगाना,गृह मंत्री एन.नरसिम्हा रेड्डी,मुख्य विपक्षी पार्टी वाईएसआर कांग्रेस

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हैदराबाद | तेलंगाना के गृह मंत्री एन.नरसिम्हा रेड्डी जहां यह दावा कर रहे हैं कि सरकार के पास ‘कैश फॉर वोट’ प्रकरण में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ सारे सबूत मौजूद हैं, वहीं अब सारी निगाहें राज्य के भ्रष्टाचार निवारक ब्यूरो (एसीबी) के अगले कदम पर है। एसीबी ने तेलंगाना के तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के विधायक ए.रेवंथ रेड्डी की हिरासत मांगी है, जिन्हें रविवार को गिरफ्तार किया गया है।

रेवंथ रेड्डी को विधानसभा के एक मनोनीत सदस्य को 50 लाख रुपये रिश्वत की पेशकश करने पर गिरफ्तार किया गया है। यह धनराशि विधान परिषद चुनाव में तेदेपा-भाजपा उम्मीदवार के लिए वोट देने से संबंधित पांच करोड़ रुपये के सौदे के तहत दिया जा रहा था। जांचकर्ता उनसे तेदेपा प्रमुख के इस स्कैंडल में कथित संलिप्तता को लेकर पूछताछ कर सकते हैं। एसीबी के जासूस उनके ‘बॉस’ के बारे में पूछ सकते हैं, जिसका जिक्र उन्होंने मनोनीत सदस्य के साथ बातचीत में किया था। यह बातचीत खुफिया कैमरे में कैद की गई थी। तेलंगाना के गृह मंत्री ने दावा किया है कि नायडू ने भी मनोनित सदस्य एल्विस स्टीफन्सन से फोन पर बात की है और पुलिस के पास इस बातचीत का भी रिकार्डेड ऑडियो मौजूद है। उन्होंने कहा कि उनके पास इस बात के भी सबूत मौजूद हैं कि नायडू ने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कुछ विधायकों से बातचीत की है। नरसिम्हा रेड्डी ने रेवंथ रेड्डी को छोटी मछली करार दिया है और कहा कि लोगों के बीच नायडू को मुख्य आरोपी बनाने की मांग बढ़ रही है।

उन्होंने वारंगल जिले में बुधवार को संवाददाताओं से कहा, “आने वाले दिनों में नाटकीय बदलाव देखने को मिलेगा।” रेवंथ रेड्डी तेलंगाना विधानसभा के सदस्य हैं और उनके सहयोगियों को भी एसीबी ने गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी स्टीफन्सन के घर जाल बिछा कर की गई थी। स्टीफन्सन विधानसभा में एंग्लो-इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। अगले दिन अदालत ने रेवंथ और दो अन्य को 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में भेज दिया। मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता सहित टीआरएस के नेता, कुछ सांसदों ने नायडू को मामले में आरोपी बनाने की मांग की है। तेलंगाना के सिंचाई मंत्री और चंद्रशेखर राव के भतीजे हरीष राव का कहना है कि इस घटना के पीछे मुख्य हाथ नायडू का है। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री और मुख्यमंत्री के बेटे के.तारकरामा राव ने कहा कि कानून अपने तरीके से काम करेगा।

तारकरामा राव ने कहा, “अगर कोई प्रथम दृष्टया सबूत मौजूद है, तब नायडू को इसमें शामिल न किए जाने की कोई वजह ही नहीं है।” उन्होंने कहा कि एसीबी घटना के मुख्य साजिशकर्ता का पता लगाने के लिए बेहद गहराई तक जाएगी। रेवंथ रेड्डी के लिए जाल तब बिछाया गया जब टीआरएस के नेताओं को पता चला की नायडू टीआरएस के कुछ असंतुष्ट विधायकों को तेदेपा-भाजपा के समर्थन में वोट देने का प्रलोभन दे रहे हैं। तेदेपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए नायडू तेलंगाना में तेदेपा को तोड़ने को लेकर टीआरएस से बदला लेना चाहते थे। तेदेपा के पांच विधायक पिछले एक साल में टीआरएस में जा चुके हैं। नायडू द्वारा कुछ विधायकों को प्रलोभित करने की खबर के बाद चंद्रशेखर राव ने धमकी दी थी कि अगर टीआरएस विधान परिषद की अपनी सभी पांच सीटें नहीं जीत पाती है तो वह विधानसभा भंग कर देंगे। टीआरएस सूत्रों के अनुसार, यह धमकी उन विधायकों को दी गई थी जो तेदेपा नेताओं के संपर्क में थे।

आंध्र प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी वाईएसआर कांग्रेस ने नायडू को मामले में आरोपी बनाए जाने की मांग की है। वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष वाई.एस.जगनमोहन रेड्डी ने दोनों राज्यों के राज्यपाल ई.एस.एल.नरसिम्हन से मुलाकात कर अपनी मांग रखी। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश दोनों राज्यों में कांग्रेस ने नायडू की भूमिका की जांच की मांग की है।

IANS News

महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में नियुक्त किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। सीएम योगी के दिव्य भव्य महाकुंभ की योजना के मुताबिक महाकुंभ नगरी ने संगम तट पर आकार लेना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संन्यासियों के रहने और स्नान के लिए घाटों, अस्थाई सड़कों व टेंट सिटी का निर्माण शुरू हो गया है। प्रयागराज मेला प्रधिकरण ने योजना के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा हैं। सेक्टर और कार्य के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर दी गई है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने – अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रहेंगे। महाकुंभ के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे।

विभागीय समन्वय का करेंगे कार्य

महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के कल्पवास करने की संभावना है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु-संन्यासियों और मेला प्रशासन के लोग महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहेंगे। इन सबके रहने के लिए टेंट सिटी व स्नान के लिए घाटों और मार्गों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पूर्व योजना के मुताबिक प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है। 4000 हेक्टेयर और 25 सेक्टरों में बंटा महाकुंभ मेला क्षेत्र इससे पहले के किसी भी महाकुंभ मेले से सबसे बड़ा क्षेत्र है। मेला प्राधिकरण ने प्रत्येक सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था और विभागीय समन्वय के लिए उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्ति किया है। ये सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर, कार्य विभाग और विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे।

अधिकांश ने ग्रहण किया कार्यभार

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सेक्टर वाईज सेक्टर मजिस्ट्रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस सबंध में एसडीएम मेला अभिनव पाठक ने बताया कि अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष अपनी विभागीय जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जल्द ही मेला क्षेत्र में अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। जो कि महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर की प्रशासन व्यवस्था व विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में भूमि आवंटन की प्रगति और लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण में ये सेक्टर मजिस्ट्रेट मददगार होंगे।

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