Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

कोरिया परिवार पुनर्मिलन के लिए करेगा पुष्टिपत्र की अदला-बदली

Published

on

Loading

सियोल| उत्तर और दक्षिण कोरिया परिवार के पुनर्मिलन के लिए आवेदन देने वाले लोगों के जीवित होने की पुष्टि करने के लिए पत्रों का आदान-प्रदान करेंगे। परिवार पुनर्मिलन का आवेदन देने वाले लोग 1950-53 के कोरियाई युद्ध में अपने परिवार से बिछड़ गए थे।

 सियोल के एकीकरण मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि सियोल और प्योंगयांग उत्तरी कोरिया के सुंदर रिसोर्ट ‘माउंट कुमगांग’ में 20 से 26 अक्टूबर तक बिछड़े परिवारों के पुनर्मिलन के आयोजन के लिए राजी हो गए। एकीकरण मंत्रालय के प्रवक्ता जियोंग-ही ने कहा कि उत्तर और दक्षिण कोरिया सोमवार को प्रतिक्रिया पत्र की अदला-बदली करेंगे, इससे यह स्पष्ट किया जाएगा कि परिवार पुनर्मिलन का आवेदन भरने वाले लोग अब भी जीवित हैं या नहीं। आवेदकों के जीवित होने का पता लगाने तथा जीवित आवेदकों से पुनर्मिलन कार्यक्रम में शामिल होने की रुचि जानने के बाद उत्तर और दक्षिण कोरिया गुरुवार को कार्यक्रम में शामिल होने वाले 100 लोगों की अंतिम सूची तैयार करेगा।

1950-53 के कोरियाई युद्ध में लाखों कोरियाई लोग अपने परिवार से बिछड़ गए थे। युद्ध के बाद जनसंचार पर प्रतिबंध लगा दिया गया।दक्षिण कोरिया के लगभग 66,000 लोग पुनर्मिलन कार्यक्रम की प्रतीक्षा सूचि में हैं, लेकिन इस कार्यक्रम में विभाजित परिवारों को एक बहुत सीमित संख्या में शामिल होने की अनुमति दी गई है।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी से की मुलाकात

Published

on

Loading

ब्राजील। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (स्थानीय समय) को ब्राजील के रियो डी जनेरियो में जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर अपने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने सांस्कृतिक और पब्लिक टू पब्लिक रिलेशन को मजबूत करने सहित व्यापार, निवेश और प्रौद्योगिकी में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।

पीएम मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि, रियो डी जनेरियो जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रधान मंत्री जियोर्जिया मेलोनी से मुलाकात करके खुशी हुई। हमारी बातचीत रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी में संबंधों को गहरा करने पर केंद्रित थी। हमने इस बारे में भी बात की कि संस्कृति, शिक्षा और ऐसे अन्य क्षेत्रों में सहयोग कैसे बढ़ाया जाए। भारत-इटली मित्रता एक बेहतर ग्रह के निर्माण में बहुत योगदान दे सकती है।

Continue Reading

Trending