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बिजनेस

खादी की बिक्री बढ़ी, अमिताभ बनेंगे ब्रांड एंबेसडर

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गत वर्ष की अपील के बाद खादी की बिक्री में वृद्धि दर्ज की गई है और बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन भी अब इसके ब्रांड एंबेसडर बनने जा रहे हैं। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण कुमार झा ने कहा कि बच्चन ने बिना शुल्क खादी का ब्रांड एंबेसडर बनना स्वीकार कर लिया है।

झा ने कहा, “उन्होंने गत महीने स्वीकृति दी है। यह हमारे लिए बड़ी बात है।” उन्होंने कहा कि गत वर्ष अक्टूबर में प्रधानमंत्री द्वारा अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में खादी का अधिकाधिक उपयोग करने की अपील करने के बाद इसका उपयोग बढ़ा है। उन्होंने कहा, “(प्रधानमंत्री की अपील के बाद) दिल्ली के मुख्य आउटलेट में खादी उत्पादों की बिक्री 60 फीसदी बढ़ी है।” केवीआईसी ने युवाओं के बीच खादी को लोकप्रिय बनाने के लिए खादी के जिंस और टी-शर्ट पेश किए हैं।

झा ने बताया कि अब वे पतलून की एक पूरी श्रंखला पेश करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “हम पुरुषों के लिए अंत:वस्त्र और महिलाओं तथा बच्चों के लिए रेडीमेड परिधान भी पेश करना चाहते हैं।” खादी का मतलब हाथ से तैयार कपड़ा होता है। इसमें कपास, ऊन और रेशम जैसे प्राकृतिक धागों का ही इस्तेमाल किया जाता है। झा ने बताया कि 2014-15 में खादी उत्पादों की 1,140 करोड़ रुपये की कुल बिक्री हुई थी, जिसे बढ़ाकर 2015-16 में 1,600 करोड़ रुपये करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज सिर्फ खादी के कपड़े से ही तैयार किया जाता है।

उन्होंने गांव की अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए भी खादी का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “कृषि विकास दर 4-5 फीदी ही रह सकती है। गांव की अर्थव्यवस्था में और तेजी लाने के लिए लघु उद्योग और खादी का उपयोग किया जा सकता है।”

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नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 के बदले देने पड़ेंगे 35,453 रु, जानें क्या है पूरा मामला

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हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

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