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खेल-कूद

खिताब बचाने को तैयार हैं मुक्केबाज विजेंदर सिंह

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Vijendra singhनई दिल्ली। भारत के पेशेवर मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि वह तंजानिया के फ्रांसिस चेका का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। विजेंदर शनिवार को चेका के खिलाफ यहां के त्यागराज स्टेडियम में अपना डब्ल्यूबीओ एशिया पेसिफिक सुपर मिडिलवेट का खिताब बचाने उतरेंगे।

बीजिंग ओलम्पिक-2008 में कांस्य पदक जीतने वाले विजेंदर ने अभी तक पेशेवर मुक्केबाजी में सात मुकाबले खेले हैं और अपराजित रहे हैं। वह मुकाबले से पहले आत्मविश्वास से भरे दिखे। विजेंदर ने कहा, मैं अपने खिताब बचाने को लेकर आश्वस्त हूं। मैं पिछले सात-आठ सप्ताह से अभ्यास कर रहा हूं। मैं पूरी तरह से तैयार हूं और उन्हें बताना चाहता हूं कि कौन बेहतर है।

उन्होंने कहा, मैंने इस खिताब को अपने लोगों के सामने बड़े सम्मान के साथ हासिल किया है। मैं इसे जाने नहीं दूंगा। वहीं उनके विपक्षी चेका ने विजेंदर को कम अनुभवी वाला मुक्केबाज बताया है। चेका का कहना है कि उनका 43 मुकाबलों का अनुभव विजेंदर के लिए भारी पड़ेगा।

चेका ने अपने अनुवादक के जरिए कहा, विजेंदर को पेशेवर मुक्केबाजी में कम अनुभव है। वह अभी बच्चा हैं और पेशेवर रिंग में उन्हें ज्यादा अनुभव नहीं है। उन्हें नहीं पता कि उनका सामना किससे होने जा रहा है।
उन्होंने कहा, मैं इसके लिए काफी मेहनत की है। मेरे लिए यह पूरी तरह से नई चुनौती है। मैं इसके लिए तैयार हूं। मेरे पंच विजेंदर को उनके घर में शुरुआती राउंड में ही बाहर कर देंगे।

विजेंदर ने इसका जवाब देते हुए कहा, वह सोचते हैं कि मैं पेशेवर रिंग में नया हूं। मैं सिर्फ चार दिन इंतजार करुं गा और बताऊंगा कि बच्चे का पंच कैसा होता है। उन्होंने कहा, मैं सिर्फ अपने पंच से जवाब दूंगा। मेरे लिए मुक्केबाजी और प्रदर्शन मायने रखता है।

विजेंदर के अलावा शनिवार को पांच अंडरकार्ड मुकाबले खेले जाएंगे जिसमें प्रदीप खारकेरा (67 किलोग्राम भारवर्ग), कुलदीप धांडा (61 किलोग्राम भारवर्ग), धर्मेद्र (91 किलोग्राम भारवर्ग), दीपक तंवर (67 किलोग्राम भारवर्ग) और राजेश कुमार (61 किलोग्राम भारवर्ग) के मुकाबले शामिल हैं।

खेल-कूद

विराट कोहली ने की है 12वीं तक पढ़ाई, इस सब्जेक्ट का नाम सुनकर ही आ जाता था पसीना

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नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली आज अपना 36वां जन्मदिन मना रहे हैं। अपने 16 साल के करियर में विराट इतने आगे निकल गए हैं कि उनके रिकार्ड्स को तोड़ना लगभग नामुमकिन सा लगता है। आज विराट के जन्मदिन के मौके पर हम आपको ऐसी बात बताने जा रहे हैं जो आपने शायद पहले कभी नहीं सुनी होगी। आज हम आपको बताएंगे कि मैदान पर अपनी बल्लेबाजी से गेंदबाजों को डराने वाले विराट किससे डरा करते थे।

आपको जानकर हैरानी होगी कि मैदान पर रिकॉर्ड्स के अंबार लगाने वाले विराट कोहली ने केवल 12वीं तक की ही पढ़ाई की है। क्रिकेट के प्रति दीवानगी के चलते उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। विराट ने दिल्ली की ‘विशाल भारती पब्लिक स्कूल’ से पढ़ाई की है। स्कूल की वेबसाइट में भी एल्युमनाई में कोहली का जिक्र है और उनकी तस्वीरें भी लगा रखी है।

दिल्ली के जानेमाने स्कूल में से एक इस स्कूल को कई अवार्ड मिल चुके हैं। विराट का फेवरेट सब्जेक्ट हिस्ट्री था। विराट हमेशा से ही अतीत की बातें सीखने के लिए उत्सुक रहते थे। मैथ्स एक ऐसा सब्जेक्ट था जिसके बारे में सुनकर विराट के पसीने छूट जाते थे। कहा जाता है कि एक बार विराट को मैथ्स में 100 में केवल 3 ही मार्क्स मिले थे।

विराट कोहली की ही कप्तानी में भारतीय टीम ने 2008 का अंडर-19 वर्ल्ड कप जीती थी। यह टूर्नामेंट मलेशिया में खेला गया था। इस शानदार प्रदर्शन के दम पर कोहली ने टीम इंडिया के लिए अपना पहला इंटरनेशनल मैच 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के खिलाफ खेला था।

 

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