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उत्तराखंड

गर्दन में दर्द, रावत थोड़ी देर के लिए अस्पताल में भर्ती

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गर्दन में दर्द, रावत थोड़ी देर के लिए अस्पताल में भर्ती

देहरादून | बेचैनी और गर्दन दर्द की शिकायत के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत को मंगलवार को थोड़ी देर के लिए यहां एक सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। डाक्टरों के एक दल ने पूरी तरह से जांच करने के बाद मुख्यमंत्री को अस्पताल से छुट्टी दे दी।

इसके बाद रावत यहां अपने निवास पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मिले।

रावत ने कहा कि राज्य में आगामी चुनावों के लिए स्वस्थ रहने को संघर्षरत हूं।

मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार सुरेंद्र कुमार ने कहा कि वह अब स्वस्थ हैं।

कुमार ने कहा कि टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस हाईकमान से चर्चा के लिए रावत को दिल्ली जाना है।

गत साल हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मुख्यमंत्री की गर्दन और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट लगी थी।

उत्तराखंड

शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद

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उत्तराखंड। केदारनाथ धाम में भाई दूज के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए शीतकाल का आगमन हो चुका है। बाबा केदार के कपाट रविवार सुबह 8.30 बजे विधि-विधान के साथ बंद कर दिए गए। इसके साथ ही इस साल चार धाम यात्रा ठहर जाएगी। ठंड के इस मौसम में श्रद्धालु अब अगले वर्ष की प्रतीक्षा करेंगे, जब कपाट फिर से खोलेंगे। मंदिर के पट बंद होने के बाद बाबा की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल की ओर रवाना हो गई है।इसके तहत बाबा केदार के ज्योतिर्लिंग को समाधिरूप देकर शीतकाल के लिए कपाट बंद किए गए। कपाट बंद होते ही बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली ने अपने शीतकालीन गद्दीस्थल, ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ के लिए प्रस्थान किया।

बता दें कि हर साल शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद कर दिया जाते हैं. इसके बाद बाबा केदारनाथ की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए रवाना होती है. अगले 6 महीने तक बाबा केदार की पूजा-अर्चना शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में ही होती है.

उत्तरकाशी ज़िले में स्थिति उत्तराखंड के चार धामों में से एक गंगोत्री में मां गंगा की पूजा होती है। यहीं से आगे गोमुख है, जहां से गंगा का उदगम है। सबसे पहले गंगोत्री के कपाट बंद हुए हैं। अब आज केदारनाथ के साथ-साथ यमुनोत्री के कपाट बंद होंगे। उसके बाद आखिर में बदरीनाथ धाम के कपाट बंद किए जाएंगे।

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