Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

आध्यात्म

चंद्रग्रहण के प्रकोप से कांप उठी धरती, ये है कनेक्शन

Published

on

Loading

दिल्ली-एनसीआर और पाकिस्तान, कजाकिस्तान सहित उत्तर भारत में कई जगह बुधवार की दोपहर भूकंप के झटके महसूस किए गए।  भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.1 नापी गई है। कुछ लोग जहां इसे प्राकृतिक आपदा मान रहे हैं तो वहीँ कुछ ज्योतिषियों का कहना है कि इस भूकंप का अचानक आना चंद्रग्रहण की निशानी है।

ज्योतिष के अनुसार- भूकंप-

ज्योतिष में ग्रहण को अशुभ और हानिकारक प्रभाव वाला माना जाता है। 31 जनवरी को पूर्ण चंद्र ग्रहण लगभग 150 साल बाद आया है। इस ग्रहण को खग्रास चंद्रग्रहण कहा गया है। इस खगोलीय घटना के दौरान चंद्रमा पृथ्वी के बेहद करीब आ जाएगा।

विज्ञान के अनुसार- भूकंप-

विज्ञान के अनुसार, भूकंप टेक्टोनिक प्लेटों के आपस में टकराने के कारण आते हैं तथा भूकंप से ही सुनामी का जन्म होता है। ज्योतिष के अनुसार टेक्टोनिक प्लेटें ग्रहों के प्रभाव वश खिसकती हैं और टकराती है। भूकंप की तीव्रता प्लेटों पर पड़ने वाले ग्रहों के प्रभाव पर निर्भर करती है।

धार्मिक मान्यातों के अनुसार-

धार्मिक मान्यता है कि चंद्र ग्रहण जल एवं समुद्र को प्रभावित करता है। ऐसा माना जाता है कि ग्रहण आने वाली प्राकृतिक आपदाओं जैसे-बाढ़, तूफान, भूकंप, महामारी की तरफ इशारा करते हैं। खग्रास चंद्र ग्रहण भी इसी श्रृंखला में रखा जाता है। हालांकि कुछ लोग इसे सिर्फ एक अंधविश्वास मानते हैं और इस पर विश्वास नहीं करते हैं।

कब और कैसे होता है चंद्र ग्रहण?

चंद्रग्रहण उस खगोलीय स्थिति को कहते हैं जब चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रतिच्छाया में आ जाता है। ऐसा तभी हो सकता है जब सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा इस क्रम में लगभग एक सीधी रेखा में अवस्थित हों।

ज्योतिष में ग्रहणों का बहुत महत्व है क्योंकि उनका सीधा प्रभाव मानव जीवन पर देखा जाता है। चंद्रमा के पृथ्वी के सबसे नजदीक होने के कारण उसके गुरुत्वाकर्षण का सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है। इसी कारण पूर्णिमा के दिन समुद्र में सबसे अधिक ज्वार आते हैं और ग्रहण के दिन उनका प्रभाव और अधिक हो जाता है। भूकंप भी गुरुत्वाकर्षण के घटने और बढ़ने के कारण ही आते हैं। ज्योतिष के मुताबिक, चंद्रग्रहण के दुष्प्रभाव से आग और दुर्घटनाएं समाज में परेशानी पैदा कर सकती हैं।

यही भूकंप यदि समुद्र के तल में आते हैं, तो सुनामी में बदल जाते है। भूकंप, तूफान, सुनामी आदि में वैसे तो सूर्य, बुध, शुक्र और मंगल का प्रभाव देखा गया है लेकिन चंद्रमा का प्रभाव विशेष है एवं ग्रहण का प्रभाव और भी विशेष है।

 

Continue Reading

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

Published

on

Loading

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

Continue Reading

Trending