Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

चीन में भूकंप पूर्व चेतावनी परियोजनाओं पर काम

Published

on

Loading

चेंग्दू। चीन में भूकंप से पहले चेतावनी और इसकी तीव्रता जल्द से जल्द मापने से संबंधित कई परियोजनाओं पर काम शुरू किया जाना है, जिसकी घोषणा गुरुवार को चीन के भूकंप विज्ञान प्रशासन (सीईए) ने की। सिचुआन के प्रांतीय भूकंप विज्ञान प्रशासन ने बताय कि इनमें 5,000 से अधिक भूकंप विज्ञान केंद्रों का निर्माण और मौजूदा केंद्रों में सुधार, भूकंप की पूर्व चेतावनी को लेकर एक राष्ट्रीय केंद्र और 31 स्थानीय शाखाओं की स्थापना शामिल है।

सिचुआन चूंकि भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र है, इसलिए यहां 471 भूकंप पूर्व चेतावनी केंद्रों की स्थापना की जाएगी।

इस परियोजना के तहत भूकंप आने के दो से पांच मिनट के भीतर ही रिक्टर स्केल पर पांच या इससे अधिक तीव्रता वाले भूकंप के झटकों को मापा जा सकेगा। साथ ही 15 मिनट के भीतर यह पता लगाया जा सकेगा कि भूकंप का प्रभाव किन-किन क्षेत्रों में हुआ है और 30 मिनट के भीतर हताहतों की स्थिति और आर्थिक क्षति का पता लगाया जा सकेगा।

यदि 5.5 या इससे अधिक तीव्रता का भूकंप आएगा तो पूर्व चेतावनी सेवा केंद्र सक्रिय हो जाएगा।

इन परियोजनाओं से प्रांत में भूकंप विज्ञान केंद्रों की संख्या में वृद्धि होगी और भूकंप निगरानी प्रणाली में सुधार होगा।

भूकंप का जल्द से जल्द पता लगाने की प्रणाली से भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र का पता लगाने, आपदा के प्रभाव, बचाव और राहत कार्यो में मदद मिलेगी।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी से की मुलाकात

Published

on

Loading

ब्राजील। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (स्थानीय समय) को ब्राजील के रियो डी जनेरियो में जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर अपने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने सांस्कृतिक और पब्लिक टू पब्लिक रिलेशन को मजबूत करने सहित व्यापार, निवेश और प्रौद्योगिकी में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।

पीएम मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि, रियो डी जनेरियो जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रधान मंत्री जियोर्जिया मेलोनी से मुलाकात करके खुशी हुई। हमारी बातचीत रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी में संबंधों को गहरा करने पर केंद्रित थी। हमने इस बारे में भी बात की कि संस्कृति, शिक्षा और ऐसे अन्य क्षेत्रों में सहयोग कैसे बढ़ाया जाए। भारत-इटली मित्रता एक बेहतर ग्रह के निर्माण में बहुत योगदान दे सकती है।

Continue Reading

Trending