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आध्यात्म

छठ मैया की उपासना का पर्व मंगलवार से, नहाय-खाय से होगी शुरुआत

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यूं तो हर धर्म के पर्व-त्योहार का अपना एक अलग महत्व होता है मगर बात जब उत्तर भारत विशेष रूप से बिहार, पूर्वांचल, झारखंड आदि की हो तो छठ पूजा को सबसे बड़ा व्रत माना जाता है। छठ व्रत सूर्य भगवान और छठ मैया की उपासना का पर्व है। इस पर्व को महापर्व की संज्ञा दी गई है।

लोक आस्था के महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान 24 अक्टूबर से शुरू होगा। इस महापर्व में छठ मैया के साथ सूर्यदेव की आराधना जरूर की जाती है। कार्तिक माह की षष्ठी को डूबते हुए सूर्य और सप्तमी को उगते सूर्य को अघ्र्य को देने की परंपरा है। बिना डाला या सूप पर अघ्र्य दिए छठ पूजा पूरी नहीं होती है। शाम को अघ्र्य को गंगा जल के साथ देने का प्रचलन है जबकि सुबह के समय गाय के दूध से अघ्र्य दिया जाता है। इस व्रत में साफ-सफाई स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाता है।

इस पर्व को परिवार में सुख, समृद्धि और मनोवांछित फल प्राप्त करने के लिए मनाया जाता है। इस पर्व को स्त्री और पुरुष समान रूप से मनाते हैं । मान्यता है कि छठ देवी भगवान सूर्य की बहन हैं और उन्हीं को प्रसन्न करने के लिए भक्त सूर्य की आराधना करते हैं। इस दौरान व्रत करने वाले व्रती लगातार 36 घंटे का निर्जला व्रत रखते हैं। इस दौरान छठव्रती अन्न तो क्या जल भी ग्रहण नहीं करते हैं।

लोक मान्यताओं के अनुसार सूर्य षष्ठी या छठ व्रत की शुरुआत रामायण काल से हुई थी। इस व्रत को सीता माता समेत द्वापर युग में द्रौपदी ने भी किया था। छठ पूजा की परंपरा और उसके महत्व का प्रतिपादन करने वाली अनेक पौराणिक और लोक कथाएं प्रचलित हैं।

आध्यात्म

नौकरी में चाहिए प्रमोशन तो अपनाएं ज्योतिष के ये उपाय

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नई दिल्ली। अगर आप पिछले काफी समय नौकरी कर रहे हैं और आपका प्रमोशन नहीं हो रहा है। या फिर आपकी बॉस से नहीं बन रही है तो ये कुछ सरल उपाय करके आप सफलता पा सकते हैं।

. शनिवार की सुबह जल्दी उठें और नित्य कर्मों से निवृत्त होकर घर में किसी पवित्र स्थान पर पूजन का विशेष प्रबंध करें या किसी मंदिर में जाएं। शनिवार शनि की पूजा का विशेष दिन माना जाता है। शनि हमारे कर्मों का फल देने वाले देवता हैं। अत: इसी दिन शनि देव का विधिवत पूजन करनी चाहिए।

. तरक्की के लिए सूर्य देवता को मनाना काफी शुभ बताया जाता है। जो लोग आसानी से तरक्की करते हैं उनका सूर्य काफी मजबूत होता है। प्रतिदिन सुबह सूर्य को पानी अर्पित करें और सूर्य नमस्कार करें। सूर्य देवता को जल अर्पित करने वाला बर्तन तांबे का हो और उसमें थोड़ा गंगाजल डालें। जल अर्पित करने के बाद सूर्य देवता से अपनी इच्छा रोज जाहिर किया करें।

. यदि नौकरी-पेशा करने वाले जातकों को प्रमोशन नहीं मिल रहा है अथवा उनकी तनख्वाह में वृद्धि नहीं हो रही है तो उन्हें मंगलवार के दिन हनुमान जी की आराधना करना चाहिए।

. प्रतिदिन पक्षियों को मिश्रित अनाज खिलाना चाहिए। सात प्रकार के अनाजों को एकसाथ मिलाकर पक्षियों को खिलाएं। इसमें गेहूं, ज्वार, मक्का, बाजरा, चावल, दालें शामिल की जा सकती हैं। प्रतिदिन सुबह यह उपाय करें, जल्दी ही नौकरी से जुड़ी इच्छाएं पूरी हो जाएंगी।

. रात को सोते समय एक तांबे के बर्तन में पान भरकर अपने बिस्तर के नीचे रखें और सुबह उठते ही, बिना किसी को बोले, यह जल घर के बाहर फेंक दें।

. भगवान विष्णु की आराधना करने से भक्तों की मन की मुराद पूरी होती है इसलिए नौकरी में प्रमोशन पाने के इच्छुक जातकों को भगवान विष्णु जी की आराधना करनी चाहिए।

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