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मुख्य समाचार

जगद्गुरु कृपालु परिषत् द्वारा किया गया कम्बल का वितरण

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मनगढ़ (कुंडा) प्रतापगढ़। श्रीकृपालु जी महाराज द्वारा शुरू किए गए समाजसेवा के कार्यों को उनकी तीनों सु‍पुत्रियों सुश्री डॉ. विशाखा त्रिपाठी , सुश्री डॉ. श्यामा त्रिपाठी एवं सुश्री डॉ. कृष्णा त्रिपाठी ने बखूबी आगे बढ़ाया है। इसी क्रम में श्रीमहाराज जी द्वारा स्थापित जगद्गुरु कृपालु परिषत् के तत्वाधान में मंगलवार 2 दिसम्बर को जगद्गुरु कृपालु चिकित्सालय में 500 से अधिक निर्धन व असहाय लोगों के बीच कम्बल का वितरण किया गया।

श्रीमहाराज जी की तीनों सु‍पुत्रियों ने बताया कि जब से जगद्गुरु कृपालु चिकित्सालय प्रारम्भ हुआ है, तब से प्रत्येक वर्ष श्रीमहाराज जी सर्दी ऋतु आते ही चिकित्सालय में इलाज के लिए आने वाले निर्धन एवं अभावग्रस्त लोगों को कम्बल आदि दान किया करते थे। इसके अतिरिक्त जो मरीज दूर-दूर से अपना इलाज कराने के लिये यहाँ आते हैं और चिकित्सालय में रात्रि निवास करते हैं, उनके लिये श्रीमहाराज जी के आदेश पर चिकित्सालय द्वारा अलाव, सोने के लिये बिस्तर, कम्बल आदि की भी व्यवस्था की जाती है।

जगद्गुरूत्तम श्री कृपालु जी महाराज की तीनों सुपुत्रियाँ ने श्रीमहाराज जी के दयालु स्वभाव का स्मरण करते हुये बताया कि श्रीमहाराज जी स्वयं चिकित्सालय जाकर मरीजों का हाल-चाल पूछते थे। उन्होंने बताया कि हम भी श्री महाराज जी द्वारा दिखाये गये मार्ग का अनुसरण कर समाज सेवा करने का प्रयास कर रहे हैं। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वो हमें श्रीमहाराज जी के समाज सेवा के कार्यों को आगे बढ़ाने की शक्ति दे।

श्रीमहाराज जी की तीनों सु‍पुत्रियां अनवरत रूप से श्रीमहाराज जी द्वारा प्रारम्भ किये गये समाज सेवा के कार्यों को आगे बढ़ाने के लिये भागीरथ प्रयत्न कर रही हैं। गौरतलब है कि जगद्गुरु कृपालु परिषत् द्वारा निर्धनों एवं जरूरतमंदों को वर्ष में अनेक बार कम्बल, वस्त्र, विभिन्न प्रकार के अनाज एवं दैनिक उपयोग में आने वाली अनेक प्रकार की वस्तुयें दान में दी जाती हैं। परिषत् द्वारा समय-समय पर ब्रह्म भोज, साधु भोज, विधवा भोज आदि का आयोजन किया जाता है।

नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

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