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साइंस

जनकल्याण हेतु लोकप्रिय विज्ञान आवश्यक

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आगरा।  राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद् भारत सरकार, इण्डियन साइन्स कम्यूनिकेशन सोसाइटी लखनऊ तथा कुनाल प्रोफेशनल एजूकेशनल एकेडमी के संयुक्त तत्वावधान में ‘साइन्सस एण्ड टेक्नालाजी कम्यूनिकेशन थू पपेट्री’ विषय पर कुनाल कालेज तेहरा में आयोजित नौ दिवसीय कार्यशाला के समापन के अवसर पर विभिन्न नातिकाओं का मंचन कर विज्ञान व तकनीकी का प्रचार-प्रसार किया गया।

कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में मैनपुरी जनपद से पधारे समाजसेवी एवं जी.एस.एम. एजूकेशनल ट्रस्ट के फाउंडर मनोज दुवे ने विज्ञान व तकनीकी को कठिन विषय समझे जाने की बात करते हुए इन्हें सरल, रोचक व जनसामान्य की भाषा में प्रस्तुत कर इनको लोकप्रिय करने का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि प्रतिभागियों द्वारा निर्मित विभिन्न नातिकाओं द्वारा जनजागरण का कार्य किया जा सकता है।

विशिष्ट अतिथि समाजसेवी आशीष तिवारी ने विज्ञान को प्रयोगशालाओं से निकाल कर समाज तक लाने पर बल दिया तथा पत्रकारों से संयमित एवं सरल वैज्ञानिक भाषा में तथ्यपरक बातों को समाज के समख प्रस्तुत कर एक सेतु का कार्यकरते हुए विज्ञान तथा तकनीकी को लोकप्रिय बनाने को कहा। कार्यशाला में प्रदेश के बारह जनपदों से कुल 94 प्रतिभागी शामिल हुए तथा विज्ञान व तकनीकी के संचार हेतु ग्यारह स्क्रिप्ट का निर्माण किया गया। स्क्रिप्ट के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य संरक्षण, अंधविश्वास से मुक्ति, रोग निवारण, विज्ञान संचार, तकनीकी संचार, सामाजिक उत्थान से सम्बन्धित मुद्दों पर स्वस्थ परिचर्चा हुई।

कार्यशाला में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया जिनमें इण्डियन साइन्स राइटर्स एसोसिएशन के नेशनल सेक्रेट्री डा. वी0पी0 सिंह, लखनऊ वि.वि. के प्रो. ए.पी.सिंह, विज्ञान संचारक डा. विकास मिश्रा, लिटेसी हाउस लखनऊ के पुतलकला विशेषज्ञ मिठाई लाल प्रजापति, कानपुर के पथेतिपर एवं जादूगर फैज मोहम्मद, विज्ञान शिक्षक अनुराग मिश्रा शामिल रहे। देव ग्रुप आफ इन्स्टीट्यूशन्स के फाउंडर हाकिम सिंह त्यागी तथा चेयरमैन एस.के. त्यागी ने प्रतिभागियों के प्रयास की सराहना की।

कार्यशाला के दौरान ई.शिवा सूर्य तेजा भगवान शंकर, गौरव शर्मा, खुशबू शर्मा, अंजली चैधरी, श्री बल्ली, कुसुम, दुर्गेश गुप्ता, अंकित अवस्थी, शशांक सिंह, पल्लवी चाहर, राहुल त्यागी, सोनू कुमार, धर्म सिंह, अरून राजभर, चन्द्र प्रकाश का प्रदर्शन सराहनीय रहा। कार्यक्रम के सफल संचालन में डा0 विकास मिश्रा डा0 आर.के. चैहान, डा0 विश्व प्रताप सिंह, डा0 एन0एन0 सक्सेना, प्रदीप कुमार, चन्द्रशेखर, दीपेश कुमार, देवेन्द्र त्यागी, अनुराग मिश्रा, पुष्पेन्द्र कुमार, रोहित कुमार, लक्ष्मी नारायण शर्मा, प्रीती पचैरी, अभिनव चतुर्वेदी, वी.पी. सिंह का सराहनीय योगदान रहा। संचालन डा0 नरेन्द्र नाथ सक्सेना ने किया।

साइंस

फेमस न्यूक्लियर फिजिस्ट होमी जहांगीर भाभा का आज जन्मदिन, जानें कुछ उनके बारे में

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नई दिल्ली। इंडियन न्यूक्लियर प्रोग्राम के जनक और फेमस न्यूक्लियर फिजिस्ट होमी जहांगीर भाभा का आज जन्मदिन है। जे. भाभा, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR) के फाउंडिंग डायरेक्टर और फिजिक्स के प्रोफेसर भी थे। होमी जहांगीर भाभा का जन्म 30 अक्टूबर 1909 में एक अमीर पारसी परिवार में हुआ था। होमी जहांगीर भाभा के पिता का नाम जहांगीर होर्मुस्जी भाभा और माता का नाम मेहरबाई भाभा था, इनके पिता एक जाने-माने वकील थे जबकि माँ एक गृहिणी थीं।

होमी भाभा ने 16 साल की आयु में ही सीनियर कैम्ब्रिज परीक्षा पास कर ली थी। फिर वे गोनविले और कैयस कॉलेज में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के लिए कैम्ब्रिज गए। इसके बाद उन्होंने कैम्ब्रिज में कैवेंडिश लैब में रिसर्च करना शुरू किया और उनका पहला रिसर्च पेपर 1933 में प्रकाशित हुआ। दो साल बाद, उन्होंने अपनी पीएचडी हासिल की और 1939 तक कैम्ब्रिज में रहे।होमी भाभा ने छात्र के रूप में कोपेनहेगन में नोबेल पुरस्कार विजेता नील्स बोहर के साथ काम किया और क्वांटम सिद्धांत के विकास में प्रमुख भूमिका निभाई।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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