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प्रादेशिक

जम्मू में एम्स के गठन को लेकर प्रदर्शन, झड़प

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जम्मू| जम्मू क्षेत्र में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना की घोषणा में देरी को लेकर शुक्रवार को बुलाए गए तीन-दिवसीय बंद के दौरान पुलिस तथा प्रदर्शनकारियों में झड़प हुई। प्रदर्शनकारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे, जिन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। प्रदर्शनकारी कच्ची छावनी इलाके में भाजपा के कार्यालय में घुसने की कोशिश कर रहे थे।

जम्मू क्षेत्र में एम्स की स्थापना के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के उद्देश्य से एक समन्वय समिति गठित की गई है, जिसमें वकीलों, व्यापारियों, उद्योगपतियों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हैं। समिति ने केंद्र सरकार पर जम्मू क्षेत्र में एम्स की स्थापना के वादे से मुकरने का आरोप लगाते हुए तीन-दिवसीय बंद बुलाया है, जिसकी शुरुआत शुक्रवार से हुई है।

बंद के कारण इलाके में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है, सार्वजनिक परिवहन तथा अन्य काम ठप हुआ है।

हालांकि, सरकारी कार्यालय, बैंक और डाकघर में कामकाज सामान्य तरीके से जारी है।

जम्मू बार एसोसिएशन के अध्यक्ष तथा समिति के प्रमुख अभिनव शर्मा ने गुरुवार मध्यरात्रि को जल्दबाजी में बुलाए गए प्रेस सम्मेलन के दौरान कहा, “जम्मू क्षेत्र 31 जुलाई तथा एक और दो अगस्त को बंद रहेगा।”

उन्होंने कहा, “यह 20 जुलाई को साफ हो गया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जम्मू क्षेत्र में एम्स की स्थापना की घोषणा के अपने वादे को पूरा करने में विफल रही और इसलिए उसने गंदी राजनीति का सहारा लिया।”

उप मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता निर्मल सिंह ने लिखित में भरोसा दिया था कि जम्मू क्षेत्र में एम्स के गठन की घोषणा 21 जुलाई से पहले की जाएगी।

IANS News

महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में नियुक्त किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। सीएम योगी के दिव्य भव्य महाकुंभ की योजना के मुताबिक महाकुंभ नगरी ने संगम तट पर आकार लेना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संन्यासियों के रहने और स्नान के लिए घाटों, अस्थाई सड़कों व टेंट सिटी का निर्माण शुरू हो गया है। प्रयागराज मेला प्रधिकरण ने योजना के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा हैं। सेक्टर और कार्य के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर दी गई है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने – अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रहेंगे। महाकुंभ के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे।

विभागीय समन्वय का करेंगे कार्य

महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के कल्पवास करने की संभावना है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु-संन्यासियों और मेला प्रशासन के लोग महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहेंगे। इन सबके रहने के लिए टेंट सिटी व स्नान के लिए घाटों और मार्गों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पूर्व योजना के मुताबिक प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है। 4000 हेक्टेयर और 25 सेक्टरों में बंटा महाकुंभ मेला क्षेत्र इससे पहले के किसी भी महाकुंभ मेले से सबसे बड़ा क्षेत्र है। मेला प्राधिकरण ने प्रत्येक सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था और विभागीय समन्वय के लिए उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्ति किया है। ये सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर, कार्य विभाग और विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे।

अधिकांश ने ग्रहण किया कार्यभार

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सेक्टर वाईज सेक्टर मजिस्ट्रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस सबंध में एसडीएम मेला अभिनव पाठक ने बताया कि अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष अपनी विभागीय जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जल्द ही मेला क्षेत्र में अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। जो कि महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर की प्रशासन व्यवस्था व विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में भूमि आवंटन की प्रगति और लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण में ये सेक्टर मजिस्ट्रेट मददगार होंगे।

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