Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

जयललिता की हालत नाजुक, अस्पताल के बाहर जुटे समर्थक

Published

on

अपोलो अस्पताल, तमिलनाडु, एआईएडीएमके, जयललिता, मुख्यमंत्री, ईसीएमओ, केंद्रीय मंत्री जे.पी.नड्डा

Loading

अपोलो अस्पताल, तमिलनाडु, एआईएडीएमके, जयललिता, मुख्यमंत्री, ईसीएमओ, केंद्रीय मंत्री जे.पी.नड्डा

Jayalalitha

चेन्नई  | तमिलनाडु के अपोलो अस्पताल ने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री जे.जयललिता की हालत ‘अत्यंत गंभीर’ व ‘चिंताजनक’ है। ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के विधायकों को अस्पताल में बुलाया गया है। अटकलें हैं कि जयललिता के उत्तराधिकारी के चयन के लिए पार्टी विधायकों को अस्पताल में एकजुट किया गया है। अस्पताल की ओर से कुछ समय के अंतराल पर जारी दो बयानों के मुताबिक, जयललिता की हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें ईसीएमओ और अन्य जीवनरक्षक सपोर्ट पर रखा गया है।

अस्पताल में भर्ती मुख्यमंत्री को रविवार को दिल का दौैरा पड़ा था, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ी।
ईसीएमओ या एक्सट्राकोर्पोरियल मेंब्रेन ऑक्सीजेनेशन जिंदगी व मौत के बीच झूल रहे और हृदय तथा फेफड़े की परेशानियों से परेशान मरीजों के लिए जीवनरक्षक सपोर्ट प्रणाली है।

अस्पताल की ओर से पहला बयान केंद्रीय मंत्री जे.पी.नड्डा के उस बयान के कुछ ही घंटों बाद आया, जिसमें उन्होंने जयललिता को खतरे से बाहर बताया था। अस्पताल ने अपने बयान में कहा कि जयललिता का इलाज विशेषज्ञों की गहन निगरानी में इलाज चल रहा है।इसके कुछ घंटों बाद अस्पताल ने ट्वीट कर कहा, “हमारे सभी प्रयासों के बावजूद हमारी प्यारी मुख्यमंत्री की हालत गंभीर बनी हुई है।”

अस्पताल की ओर से जारी दो बयानों के बीच लंदन के चिकित्सक रिचर्ड बेले ने सोमवार को कहा कि उनकी हालत ‘बेहद गंभीर’ है। वह अस्पताल में अन्य चिकित्सकों के साथ मुख्यमंत्री जे.जयललिता की हालत पर नजर रखे हुए हैं।
रिचर्ड बेले ने एक बयान में कहा, “हालत बेहद गंभीर हैं, लेकिन मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि उनकी हालत में सुधार के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।”

लंदन ब्रिज अस्पताल में चिकित्सक बेले सितंबर से ही जयललिता के इलाज में अपोलो अस्पताल के चिकित्सकों की मदद कर रहे हैं। वह उसी माह अस्पताल में भर्ती हुईं।इस बीच, एआईएडीएमके के एक सूत्र ने कहा कि सभी विधायक अपोलो अस्पताल के एक हॉल में एकत्रित हैं, लेकिन उन्होंने विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया। अटकलें हैं कि पार्टी जयललिता के उत्तराधिकारी की तलाश में है।

जयललिता को रविवार शाम दिल का दौरा पड़ने की खबर मिलते ही उनके समर्थकों की भीड़ अस्पताल के बाहर जुट गई।अपोलो अस्पताल की संयुक्त प्रबंध निदेशक संगीता रेड्डी ने कहा, “हमारे चिकित्सक उनकी सेहत पर करीब से निगाह बनाए हुए हैं और अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहे हैं।” महराष्ट्र के राज्यपाल सी.विद्यासगार राव, जिनके पास तमिलनाडु का भी अतिरिक्त प्रभार है, रविवार रात अस्पताल पहुंचे थे। अपोलो अस्पताल के उनके दौरे के बाद राजभवन से एक बयान जारी किया जाता था।

अस्पताल ने रविवार रात जारी बयान में कहा था, “तमिलनाडु की मुख्यमंत्री को आज शाम दिल का दौरा पड़ा। चिकित्सकों तथा विशेषज्ञों का एक दल उनके स्वास्थ्य पर निगरानी बनाए हुए हैं।”अपोलो अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

मुख्यमंत्री के कई प्रशंसकों का रो-रोकर बुरा हाल है।कुछ पुरुष और महिलाएं हाथ जोड़कर जयललिता के जल्द ठीक होने की प्रार्थना कर रहे हैं। कुछ लोगों ने अस्पताल परिसर में घुसने की भी कोशिश की, लेकिन उन्हें रोक दिया गया। जयललिता के समर्थक उनका पोस्टर लिए खड़े हैं।

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी जयललिता के जल्द ठीक होने की कामना की है।डीएमके प्रमुख एम.करुणानिधि और उनके बेटे एवं पार्टी नेता एम.के.स्टालिन ने भी ट्वीट कर जयललिता के जल्द ठीक होने की कामना की।कांग्रेस उपाध्यक्ष ने भी ट्वीट कर उनके जल्द ठीक होने की कामना की।रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट कर जयललिता के जल्द ठीक होने की प्रार्थना की।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जयललिता के स्वास्थ्य पर चिंता व्यक्त करते हुए उनके जल्दी ठीक होने की कामना की।महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी ट्वीट कर जयललिता के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा, “जयललिता जी की सेहत की खबर सुनकर पूरी तरह से चिंतित हूं। आइये, हम सभी उनके लिए प्रार्थना करें।”

इससे पहले अपोलो अस्पताल में कहा था कि उनकी हालत में सुधार हुआ है और वह चाहें तो घर जाने का फैसला कर सकती हैं।जयललिता के स्वास्थ्य के मद्देनजर तमिलनाडु की सीमा से लगने वाले केरल के क्षेत्रों में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, इदुक्की तथा पालक्कड़ जिलों में पुलिस को अलर्ट किया गया है, जो तमिलनाडु की सीमा से सटे हैं।

 

नेशनल

गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

Continue Reading

Trending