Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

टाटा इंडस्ट्रीज ने मिस्त्री को बोर्ड निदेशक पद से हटाया

Published

on

टाटा इंडस्ट्रीज, साइरस मिस्त्री, ईजीएम, टाटा मोटर्स, टाटा पॉवर, टाटा स्टील

Loading

टाटा इंडस्ट्रीज, साइरस मिस्त्री, ईजीएम, टाटा मोटर्स, टाटा पॉवर, टाटा स्टील

Cyrus-P-Mistry

मुंबई | टाटा इंडस्ट्रीज ने सोमवार को टाटा संस के अपदस्थ निदेशक साइरस मिस्त्री को अपने बोर्ड के निदेशक पद से हटा दिया। कंपनी ने अपनी असाधारण आमसभा (ईजीएम) में यह फैसला किया।जानकार सूत्रों ने बताया, “टाटा इंडस्ट्रीज ने अपने ईजीएम में साइरस पी. मिस्त्री को कंपनी के निदेशक के पद से हटा दिया। वह अब कंपनी के अध्यक्ष भी नहीं रह गए हैं।” टाटा इंडस्ट्रीज, टाटा संस की गैरसूचीबद्ध सहायक कंपनी है। टाटा मोटर्स, टाटा पॉवर और टाटा स्टील सहित टाटा की कई कंपनियों की इस कंपनी में हिस्सेदारी है।

टाटा इंडस्ट्रीज की प्रमुख गतिविधियों में टाटा की नए व्यापार में प्रवेश को बढ़ावा देना तथा ऑपरेटिंग कंपनियों के विकास के लिए निवेश करना है।  ईजीएम के बाद टाटा इंडस्ट्रीज के बोर्ड में के.आर.एस जामवाल, आर. भिंगे, इरीना विट्टल, आशीष धवन, एन. श्रीनाथ और एफ.एन. सूबेदार शामिल हैं।

टाटा संस ने इससे पहले मिस्त्री से कहा था कि वे कारपोरेट गर्वनेंस पर अपने मूल्यों का पालन करते हुए टाटा कंपनियों के बोर्ड से खुद इस्तीफा दे दें। टाटा संस ने 24 अक्टूबर को मिस्त्री को हटाकार रतन टाटा को बोर्ड का अंतरिम अध्यक्ष बना दिया था।

मुख्य समाचार

बदल गई उपचुनावों की तारीख! यूपी, केरल और पंजाब में बदलाव पर ये बोला चुनाव आयोग

Published

on

Loading

नई दिल्ली। विभिन्न उत्सवों के कारण केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे। कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय और राज्य दलों के अनुरोध पर चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है।

विभिन्न उत्सवों की वजह से कम मतदान की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए, चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है। ऐसे में ये साफ है कि अब यूपी, पंजाब और केरल में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे।

चुनाव आयोग के मुताबिक राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों की ओर से उनसे मांग की गई थी कि 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख में बदलाव किया जाए, क्योंकि उस दिन धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम हैं। जिसके चलते चुनाव संपन्न करवाने में दिक्कत आएगी और उसका असर मतदान प्रतिशत पर भी पड़ेगा।

Continue Reading

Trending