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हेल्थ

टीबी संक्रमित और क्षयरोगी में है फर्क

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Chayarog

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नई दिल्ली | ज्यादातर लोग जो टीबी (क्षयरोग) के बैक्टीरिया वाले माहौल में सांस लेते हैं, उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता इतनी अच्छी होती है कि वे बैक्टीरिया से लड़ने में सक्षम होते हैं और इसे मल्टीप्लाई होने से रोक लेते हैं। इसे टीबी संक्रमण कहा जाता है। यह जरूरी नहीं कि जो लोग टीबी संक्रमित होते हैं, उन्हें क्षयरोगी कहा जाए। दूसरी ओर, अगर व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता बैक्टीरिया को मल्टीप्लाई होने से रोक नहीं पाती है, तो उसे एक्टिव टीबी हो जाता है। इसे हम टीबी की बीमारी कहते हैं।

इंडियन मेडिकल एशोसिएशन (आईएमए) के मनोनीत अध्यक्ष डॉ. के.के. अग्रवाल ने बताया, “टीबी से संक्रमित सिर्फ 10 प्रतिशत लोगों को ही टीबी की बीमारी होती है। ऐसे लोग जिन्हें एचआईवी, डायबिटीज मेलिटस, पोषण की कमी होती है या वे, जिनका एंटी-कैंसर या कॉर्टिकास्टेरॉइड जैसा इम्युनोसप्रेसेंट दवाओं से इलाज चल रहा होता है, उनके टीबी से संक्रमित होने पर यह बीमारी होने का खतरा कहीं अधिक होता है।”

उन्होंने कहा, “टीबी हवा के जरिए वह व्यक्ति फैला सकता है, जिसे टीबी की बीमारी हुई है। एक मरीज हर साल 10 या इससे अधिक लोगों को संक्रमित कर सकता है। आईएमए साल भर में एक लाख टीबी मरीजों को नोटिफाई करने में सफल रहा है। इसका मतलब है कि हम देश में 10 लाख नए मरीज होने से रोक पाने में सफल रहे।”

 

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दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी

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नई दिल्ली। दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी का क्रम लगातार जारी है. अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में अकेले डेंगू के मरीजों में भारी संख्या में इजाफे की सूचना है. दिल्ली नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक साल 2024 में डेंगू के अब तक 4533 मरीज सामने आए हैं. इनमें 472 मरीज नवंबर माह के भी शामिल हैं.

एमसीडी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में इस साल अब तक मलेरिया के 728 और चिकनगुनिया के 172 केस दर्ज हुए हैं.

डेंगू एक गंभीर वायरल संक्रमण है, जो एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। इसके होने से मरीज को शरीर में कमजोरी लगने लगती है और प्लेटलेट्स डाउन होने लगते हैं। एक आम इंसान के शरीर में 3 से 4 लाख प्लेटलेट्स होते हैं। डेंगू से ये प्लेटलेट्स गिरते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि 10 हजार प्लेटलेट्स बचने पर मरीज बेचैन होने लगता है। ऐसे में लगातार मॉनीटरिंग जरूरी है।

डॉक्टरों के अनुसार, डेंगू के मरीज को विटामिन सी से भरपूर फल खिलाना सबसे लाभकारी माना जाता है। इस दौरान कीवी, नाशपाती और अन्य विटामिन सी से भरपूर फ्रूट्स खिलाने चाहिए। इसके अलावा मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट देना चाहिए। इस दौरान मरीज को नारियल पानी भी पिलाना चाहिए। मरीज को ताजा घर का बना सूप और जूस दे सकते हैं।

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