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टू-व्हीलर्स को भी रास्ता दिखाएगा गूगल मैप, जानिए क्यों है खास

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नई दिल्ली। भारत में टू-व्हीलस चालकों को अपने गंतव्य की सबसे सही रास्ते की जानकारी देने के लिए गूगल ने मंगलवार को अपने मैप्स फीचर में दोपहिया के लिए वॉयस असिस्टेंट की क्षमता वाले नौवहन मार्ग को शामिल किया है। भारत में गूगल मैप्स के नए ट्रैवल मोड में अब ड्राइव, ट्रेन या बस और वॉक के साथ बाइक का विकल्प भी मिलेगा।

गूगल के उपाध्यक्ष (नेक्स्ट बिलियन यूजर्स टीम) सीजर सेनगुप्ता ने कहा, “गूगल मैप्स में ‘दोपहिया प्रणाली (टू-व्हीलर मोड)’ फीचर भारत में पहली बार लांच किया गया है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा दोपहिया बाजार है, और लाखों मोटरसाइकिल और स्कूटर चालक की नौवहन जरूरतें चारपहिया वाहन चालकों की जरूरतों से अलग होती हैं।”

दोपहिया प्रणाली में मैप पर वे रास्ते दिखेंगे, जो कारों और ट्रकों के लिहाज से सही नहीं होंगे, लेकिन दोपहिया वाहन चालकों के लिए शार्टकट का काम करेंगे। इसके अलावा इसमें वैयक्तिकृत टैफिक और आगमन समय की जानकारी भी दी जाएगी।

सेनगुप्ता ने कहा, “चूंकि बहुत सारे भारतीय नौवहन के लिए स्थानीय लैंडमार्क्?स पर भरोसा करते हैं, इसलिए दोपहिया प्रणाली में रास्ते में पडऩेवाले प्रमुख लैंडमार्क्?स दिखेंगे, ताकि चालक यात्रा शुरू करने से पहले ही अपने ट्रिप की योजना बना सकें, और दोपहिया वाहन चलाते वक्त उसे बार-बार स्मार्टफोन को देखने की जरूरत न पड़े।” दोपहिया प्रणाली को आनेवाले महीनों में अन्य देशों में भी लांच किया जाएगा।

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मध्य प्रदेश के शहडोल में अनोखे बच्चों ने लिया जन्म, देखकर उड़े लोगों के होश

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शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां ऐसे बच्चों ने जन्म लिया है, जिनके 2 शरीर हैं लेकिन दिल एक ही है। बच्चों के जन्म के बाद से लोग हैरान भी हैं और इस बात की चिंता जता रहे हैं कि आने वाले समय में ये बच्चे कैसे सर्वाइव करेंगे।

क्या है पूरा मामला?

एमपी के शहडोल मेडिकल कालेज में 2 जिस्म लेकिन एक दिल वाले बच्चे पैदा हुए हैं। इन्हें जन्म देने वाली मां समेत परिवार के लोग परेशान हैं कि आने वाले समय में इन बच्चों का क्या भविष्य होगा। उन्हें समझ में ही नहीं आ रहा कि शरीर से एक दूसरे से जुड़े इन बच्चों का वह कैसे पालन-पोषण करेंगे।

परिजनों को बच्चों के स्वास्थ्य की भी चिंता है। बच्चों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। मेडिकल कालेज प्रबंधन द्वारा इन्हें रीवा या जबलपुर भेजने की तैयारी की जा रही है, जिससे इनका उचित उपचार हो सके। ऐसे बच्चों को सीमंस ट्विन्स भी कहा जाता है।

जानकारी के अनुसार, अनूपपुर जिले के कोतमा निवासी वर्षा जोगी और पति रवि जोगी को ये संतान हुई है। प्रेग्नेंसी के दर्द के बाद परिजनों द्वारा महिला को मेडिकल कालेज लाया गया था। शाम करीब 6 बजे प्रसूता का सीजर किया गया, जिसमें एक ऐसे जुडवा बच्चों ने जन्म लिया, जिनके जिस्म दो अलग अलग थे लेकिन दिल एक ही है, जो जुड़ा हुआ है।

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