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डीआरडीओ के नए प्रमुख का वैज्ञानिकों ने किया स्वागत

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नई दिल्ली| देश की अग्रणी रक्षा एजेंसी रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के नए प्रमुख का वैज्ञानिकों और अधिकारियों ने स्वागत किया। डीआरडीओ के प्रमुख का पद चार महीनों से रिक्त था। नियुक्तियां करने के लिए उत्तरदायी मंत्रिमंडल समिति ने गुरुवार रात प्रख्यात वैज्ञानिक एस. क्रिस्टोफर को डीआरडीओ का महानिदेशक घोषित किया। क्रिस्टोफर का कार्यकाल दो वर्षो का होगा। एक अन्य वैज्ञानिक जी. एस. रेड्डी को दो साल के लिए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का वैज्ञानिक सलाहकार नियुक्त किया गया।

डीआरडीओ के वैज्ञानिकों और अधिकारियों ने कहा कि संगठन प्रमुख या महानिदेशक की गैरहाजिरी में काम करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था।

डीआरडीओ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “यह एक स्वागत योग्य कदम है, चार महीनों से बगैर पूर्णकालिक प्रमुख के डीआरडीओ को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था, इससे समन्वय नहीं बन पा रहा था और काम पर इसका प्रभाव पड़ रहा था।”

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने हाल ही में कहा था कि डीआरडीओ में एक पूर्णकालिक प्रमुख के अभाव की भरपाई क्लस्टर प्रमुखों को ज्यादा अधिकार देकर की जा रही थी।

डीआरडीओ के एक अधिकारी ने हालांकि कहा कि इससे उनकी समस्या कम नहीं हुई।

एक अधिकारी ने कहा, “सुचारू रूप से काम के संचालन के लिए क्लस्टर प्रमुखों के बीच समन्वय होना जरूरी है। समस्या इसी बात की है।”

एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने इस बीच कहा कि दिशानिर्देश के अभाव का खामियाजा कई परीक्षणों को भी भुगतना पड़ा है।

उन्होंने कहा, “कुछ परीक्षण लंबित हुए, क्योंकि कुछ बातें स्पष्ट नहीं थीं, आदेश और दिशानिर्देश देने वाला कोई नहीं था, इससे बहुत फर्क पड़ता है।”

पूर्व डीआरडीओ प्रमुख अविनाश चंदर को बिना किसी पूर्व सूचना के उनके पद से हटा दिया गया था और उनका कार्यकाल 31 जनवरी को समाप्त हो गया था। चंदर डीआरडीओ में महानिदेशक और सचिव के पद पर थे और रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार भी थे।

रक्षा सचिव आर. के. माथुर को बाद में डीआरडीओ सचिव का अतिरिक्त पदभार सौंपा गया था।

माथुर 24 मई को सेवानिवृत हो चुके हैं।

 

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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