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खेल-कूद

डीके के आखिरी छक्के ने दिलाई मियांदाद की याद, तोड़ दिया 32 साल का रिकॉर्ड

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श्रीलंका की राजधानी कोलंबो स्थित प्रेमदासा स्टेडियम में रविवार को तीन देशों की शृंखला निदहास ट्रॉफी के फाइनल मैच की आखिरी गेंद पर डीके यानी दिनेश कार्तिक ने छक्का जडक़र बांग्लादेश के जबड़े से जीत छीन ली। कार्तिक की कभी न भूलने वाली पारी की बदौलत भारत ने बांग्लादेश को चार विकेट से हरा दिया। भारत को अंतिम गेंद पर जीत के लिए पांच रन चाहिए थे और कार्तिक ने मिडविकेट के ऊपर से छक्का लगाते हुए भारत को यादगार जीत दिलाई। कार्तिक के इस सिक्सर ने क्रिकेट प्रेमियों को पाकिस्तान के क्रिकेटर जावेद मियांदाद की याद दिला ली।

यह क्रिकेट इतिहास में महज दूसरा मौका है, जब किसी टीम ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर किसी टूर्नामेंट का फाइनल जीत लिया। इससे पहले 1986 में जावेद मियांदाद ने शारजाह में भारत के खिलाफ यह कारनामा किया था और अब कार्तिक ने 32 साल बाद मियांदाद के उस बहुचर्चित छक्के को फीका कर दिखाया।

भारत को यह मैच जिताने का श्रेय सिर्फ और सिर्फ कार्तिक को मिलना चाहिए क्योंकि उन्होंने असम्भव को सम्भव करते हुए भारत को अपने पड़ोसी के हाथों शर्मनाक हार से बचा लिया। कार्तिक ने केवल आठ गेंद पर दो चौकों और तीन छक्कों की मदद से 29 नाबाद रन बनाए।

मियांदाद ने शारजाह में खेले गये एशिया कप के फाइनल में इसी तरह चेतन शर्मा के ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का जडक़र एशिया कप ट्रॉफी भारत से छीन ली थी। वह तारीख थी 18 अप्रैल, 1986 और कार्तिक ने जिस दिन बांग्लादेश के गेंदबाज सौम्या सरकार के ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का जडक़र बांग्लादेश से निदहास ट्रॉफी छीन ली, वह तारीख भी 18 ही थी, लेकिन महीना मार्च और साल 2018।

कार्तिक जिस समय बल्लेबाजी के लिए आए थे, उस समय भारत बेहद मुश्किल स्थिति में था लेकिन इस अनुभवी खिलाड़ी ने संयम बनाए रखते हुए बेहतरीन शॉट्स खेले और भारत को 167 रनों के स्कोर तक छह विकेट के नुकसान पर पहुंचा कर ही दम लिया।

 

खेल-कूद

विराट कोहली ने की है 12वीं तक पढ़ाई, इस सब्जेक्ट का नाम सुनकर ही आ जाता था पसीना

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नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली आज अपना 36वां जन्मदिन मना रहे हैं। अपने 16 साल के करियर में विराट इतने आगे निकल गए हैं कि उनके रिकार्ड्स को तोड़ना लगभग नामुमकिन सा लगता है। आज विराट के जन्मदिन के मौके पर हम आपको ऐसी बात बताने जा रहे हैं जो आपने शायद पहले कभी नहीं सुनी होगी। आज हम आपको बताएंगे कि मैदान पर अपनी बल्लेबाजी से गेंदबाजों को डराने वाले विराट किससे डरा करते थे।

आपको जानकर हैरानी होगी कि मैदान पर रिकॉर्ड्स के अंबार लगाने वाले विराट कोहली ने केवल 12वीं तक की ही पढ़ाई की है। क्रिकेट के प्रति दीवानगी के चलते उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। विराट ने दिल्ली की ‘विशाल भारती पब्लिक स्कूल’ से पढ़ाई की है। स्कूल की वेबसाइट में भी एल्युमनाई में कोहली का जिक्र है और उनकी तस्वीरें भी लगा रखी है।

दिल्ली के जानेमाने स्कूल में से एक इस स्कूल को कई अवार्ड मिल चुके हैं। विराट का फेवरेट सब्जेक्ट हिस्ट्री था। विराट हमेशा से ही अतीत की बातें सीखने के लिए उत्सुक रहते थे। मैथ्स एक ऐसा सब्जेक्ट था जिसके बारे में सुनकर विराट के पसीने छूट जाते थे। कहा जाता है कि एक बार विराट को मैथ्स में 100 में केवल 3 ही मार्क्स मिले थे।

विराट कोहली की ही कप्तानी में भारतीय टीम ने 2008 का अंडर-19 वर्ल्ड कप जीती थी। यह टूर्नामेंट मलेशिया में खेला गया था। इस शानदार प्रदर्शन के दम पर कोहली ने टीम इंडिया के लिए अपना पहला इंटरनेशनल मैच 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के खिलाफ खेला था।

 

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