Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

डीपीएस ने आयोजित किया आपदा प्रबंधन पर जागरूकता कार्यक्रम

Published

on

आपदा प्रबंधन पर जागरूकता कार्यक्रम, दिल्ली पब्लिक स्कूल, उदार संस्था, लखनऊ विश्वविद्यालय

Loading

लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमती नगर विस्‍तार स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल के परिसर में उदार संस्था एवं लखनऊ विश्वविद्यालय के तत्वाधान में आपदा प्रबंधन कार्यशाला आयोजित की गयी। लखनऊ विश्वविद्यालय  द्वारा आयोजित यह उत्तर प्रदेश की पहली आपदा प्रबंधन कार्यशाला है। इस कार्यशाला में विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं से बचने के कई उपाय बताये गए।

कार्यक्रम में छात्रों को किसी भी आपदा के समय धैर्य न खोने की सलाह देते हुए उदार संस्‍था के प्रमुख विवेक सिंह ने कहा कि किसी भी आपदा से निबटने में मानव दिमाग सक्षम होता है जरूरत सिर्फ इस बात की होती है कि जब भी कोई आपदा आए हम अपना धैर्य खोए बगैर उससे निपटने की सोचें। उन्‍होंने कहा कि मान लीजिए भूकंप आता है तो हमे घबराने की बजाय खुले मैदान या किसी भी खुली जगह पर पहुंचने का प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम में बड़ी संख्‍या में छात्र-छात्राओं, अभिभावकों व अन्‍य गणमान्‍य नागरिकों ने भाग लिया।

IANS News

महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में नियुक्त किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट

Published

on

Loading

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। सीएम योगी के दिव्य भव्य महाकुंभ की योजना के मुताबिक महाकुंभ नगरी ने संगम तट पर आकार लेना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संन्यासियों के रहने और स्नान के लिए घाटों, अस्थाई सड़कों व टेंट सिटी का निर्माण शुरू हो गया है। प्रयागराज मेला प्रधिकरण ने योजना के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा हैं। सेक्टर और कार्य के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर दी गई है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने – अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रहेंगे। महाकुंभ के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे।

विभागीय समन्वय का करेंगे कार्य

महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के कल्पवास करने की संभावना है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु-संन्यासियों और मेला प्रशासन के लोग महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहेंगे। इन सबके रहने के लिए टेंट सिटी व स्नान के लिए घाटों और मार्गों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पूर्व योजना के मुताबिक प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है। 4000 हेक्टेयर और 25 सेक्टरों में बंटा महाकुंभ मेला क्षेत्र इससे पहले के किसी भी महाकुंभ मेले से सबसे बड़ा क्षेत्र है। मेला प्राधिकरण ने प्रत्येक सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था और विभागीय समन्वय के लिए उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्ति किया है। ये सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर, कार्य विभाग और विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे।

अधिकांश ने ग्रहण किया कार्यभार

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सेक्टर वाईज सेक्टर मजिस्ट्रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस सबंध में एसडीएम मेला अभिनव पाठक ने बताया कि अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष अपनी विभागीय जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जल्द ही मेला क्षेत्र में अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। जो कि महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर की प्रशासन व्यवस्था व विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में भूमि आवंटन की प्रगति और लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण में ये सेक्टर मजिस्ट्रेट मददगार होंगे।

Continue Reading

Trending