Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मनोरंजन

जन्म से पहले ही ‘ड्रीम गर्ल’ का नाम पड़ गया था हेमा मालिनी

Published

on

Loading

hema-Malini birthdayनई दिल्ली। दर्शकों के दिलों पर दशकों से राज कर रहीं ‘ड्रीम गर्ल’ हेमा मालिनी आज भी राजनीति के साथ-साथ अभिनय में सक्रिय हैं। उन्होंने अपनी खूबसूरती, अभिनय, रोमांस और चुलबुले मिजाज से हिंदी सिनेमा पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। हां जब तक है जान, धीरे-धीरे बोल कोई सुन न ले, जिंदगी एक सफर है सुहाना, तेरे चेहरे में वो जादू है, तूने ओ रंगीले जैसे सदाबहार गीत सुनते ही हेमा मालिनी का चेहरा सामने आ जाता है। दक्षिण भारत से आकर बॉलीवुड में जल्द ही पैर जमा लेने वाली हेमा का फिल्मी करियर बुलंदियों से भरा रहा है।

उनका जन्म 16 अक्टूबर, 1948 को तमिलनाडु में हुआ था। उनकी मां का नाम जया चक्रवर्ती और पिता का नाम वीएसआर चक्रवर्ती था। हेमा के जन्म से पहले उनकी मां इतनी निश्चिंत थीं कि उन्होंने पहले ही अपने होने वाली बेटी का नाम ‘हेमा मालिनी’ सोच लिया था।

मां अपनी बिटिया को अच्छी नर्तकी बनना चाहती थीं। हेमा ने मां का यह सपना पूरा कर दिखाया। वह पढ़ाई में भी काफी होशियार थीं। इतिहास उनका पसंदीदा विषय रहा है। वह 10वीं कक्षा की परीक्षा नहीं दे पाईं, क्योंकि उन्हें लगातार अभिनय के प्रस्ताव मिल रहे थे। उम्र मात्र चौदह साल थी, लेकिन हेमा के दरवाजे पर फिल्म निर्माता तभी से दस्तक देने लगे थे।

वर्ष 1981 में वह अभिनेता धर्मेद्र संग शादी के बंधन में बंध गईं। शोले फिल्म से मशहूर हुए धर्मेद्र और हेमा की आयशा देओल और आहना देओल नाम की दो बेटियां हैं। मां और बेटियां कई चैरिटेबल कार्यक्रम भी प्रस्तुत करती हैं। हेमा से शादी से पहले धर्मेद्र की पहली पत्नी प्रकाश कौर से चार बच्चे हैं।

धर्मेद्र और हेमा मालिनी नाना-नानी भी बन चुके हैं। उनकी छोटी बेटी अहाना देओल ने हाल ही में एक बेटे को जन्म दिया था। हेमा मालिनी की मां जया चक्रवर्ती तमिल फिल्म-निर्माता थीं। हिंदी फिल्मों में हेमा मालिनी को पहला अवसर सपनों का सौदागर (1968) में मिला। हेमा के हीरो शोमैन राज कपूर थे, जो उम्र के मामले में हेमा से बहुत बड़े थे।

राज कपूर ने उस दौरान कहा था कि हेमा एक दिन सिनेमा की बहुत बड़ी स्टार बनेगी और हेमा ने उनकी भविष्यवाणी को सच कर दिखाया। 1970 में रिलीज हुई जॉनी मेरा नाम से हेमा मालिनी को गंभीरता से लिया जाने लगा। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई।

अपने करियर के आरंभ में ही हेमा ने धर्मेद्र के साथ तुम हसीं मैं जवां (1969), शराफत (1969), नया जमाना (1971) जैसी कुछ फिल्में कीं। ये फिल्में भले ही बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा नहीं चली, लेकिन दोनों का रोमांस पर्दे पर और पर्दे के बाहर बखूबी चला। वर्ष 1972 की फिल्म सीता और गीता में उन्होंने दो भूमिकाएं निभाई। इस फिल्म की शानदार कामयाबी ने हेमा को बड़ी नायिका बना दिया। उन्हें ड्रीम गर्ल के नाम से पुकारा जाने लगा। इसी नाम की एक फिल्म हेमा की मां ने बनाई थी।

हेमा मालिनी के सौंदर्य का जादू कई फिल्म अभिनेताओं पर भी चला। जीतेंद्र से लेकर संजीव कुमार जैसे अभिनेता उनसे शादी करना चाहते थे, लेकिन बाद में उन्होंने धर्मेद्र संग सात फेरे लिए। फिल्मों में उन्हें धर्मेद्र, राजेश खन्ना, जीतेंद्र और अमिताभ बच्चन के साथ पसंद किया गया।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2004 में हेमा मालिनी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं और उन्होंने राजनीतिक सफर शुरू किया।
वह भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी और ओडिसी में उन्होंने विधिवत प्रशिक्षण लिया है और देश-विदेश में कई स्टेज शो पेश किए हैं। फिल्मफेयर अवॉर्डस की सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री श्रेणी में हेमा मालिनी का नाम 11 बार नामांकित हुआ है, लेकिन उन्हें केवल एक बार सीता और गीता के लिए ही यह पुरस्कार मिला है।

हेमा अपनी सुंदरता बनाए रखने के लिए प्रतिदिन योग तथा व्यायाम करती हैं। सप्ताह में दो बार उपवास उनकी नियमित जिंदगी का अंग है। इनमें एक दिन शुक्रवार होता है। हेमा को कांजीवरम साडिय़ां, चमेली के गजरे और ढेर सारी ज्वेलरी भी पसंद हैं।

फिल्म बागबान में उनकी ताजगी देखकर अमिताभ बच्चन ने कहा, आज भी आप अपनी बेटियों से अधिक जवान लगती हैं। वर्ष 1990 में हेमा मालिनी ने छोटे पर्दे की ओर भी रुख किया और धारावाहिक नुपूर का निर्देशन भी किया। इसके बाद वर्ष 1992 में फिल्म अभिनेता शाहरुख खान को लेकर उन्होंने फिल्म (दिल आशना है) का निर्माण और निर्देशन किया। वर्ष 1995 में उन्होंने छोटे पर्दे के लिए मोहिनी का निर्माण और निर्देशन किया।

फिल्मों में कई भूमिकाएं निभाने के बाद हेमा मालिनी ने समाजसेवा के लिए राजनीति में प्रवेश किया और भारतीय जनता पार्टी के सहयोग से राज्यसभा की सदस्य बनीं। हेमा मालिनी ने अपने चार दशक के सिनेमा करियर में लगभग 150 फिल्मों में काम किया। उनकी कुछ उल्लेखनीय फिल्में सीता और गीता, प्रेम नगर अमीर गरीब, शोले,महबूबा चरस, ड्रीम गर्ल किनारा, त्रिशूल, मीरा, कुदरत, नसीब, क्रांति, अंधा कानून, रजिया सुल्तान, रिहाई, जमाई राजा, बागबान, वीर जारा जैसी फिल्मों में काम किया।

वह भारतीय जनता पार्टी की राज्यसभा सदस्य भी चुनी गई थीं। वर्तमान में वह मथुरा (उत्तर प्रदेश) से लोकसभा की सांसद हैं।

ड्रीम गर्ल और कुशल राजनीतिज्ञ हेमा मालिनी को जन्मदिन की ढेर सारी बधाइयां !!!

मनोरंजन

असित मोदी के साथ झगड़े पर आया दिलीप जोशी का बयान, कही ये बात

Published

on

Loading

मुंबई। ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में जेठालाल गड़ा का किरदार निभाने वाले दिलीप जोशी को लेकर कई मीडिया रिपोर्ट्स छापी गईं, जिनमें दावा किया गया कि शो के सेट पर उनके और असित मोदी के बीच झगड़ा हुआ। फिलहाल अब दिलीप जोशी ने इस पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ी है और खुलासा करते हुए बताया है कि इस पूरे मामले की सच्चाई क्या है। अपने 16 साल के जुड़ाव को लेकर भी दिलीप जोशी ने बात की और साफ कर दिया कि वो शो छोड़कर कहीं नहीं जा रहे और ऐसे में अफवाहों पर ध्यान न दिया जाए।

अफवाहों पर बोले दिलीप जोशी

दिलीप जोशी ने अपना बयान जारी करते हुए कहा, ‘मैं बस इन सभी अफवाहों के बारे में सब कुछ साफ करना चाहता हूं। मेरे और असित भाई के बारे में मीडिया में कुछ ऐसी कहानियां हैं जो पूरी तरह से झूठी हैं और ऐसी बातें सुनकर मुझे वाकई दुख होता है। ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ एक ऐसा शो है जो मेरे और लाखों प्रशंसकों के लिए बहुत मायने रखता है और जब लोग बेबुनियाद अफवाहें फैलाते हैं तो इससे न केवल हमें बल्कि हमारे वफादार दर्शकों को भी दुख होता है। किसी ऐसी चीज के बारे में नकारात्मकता फैलते देखना निराशाजनक है जिसने इतने सालों तक इतने लोगों को इतनी खुशी दी है। हर बार जब ऐसी अफवाहें सामने आती हैं तो ऐसा लगता है कि हम लगातार यह समझा रहे हैं कि वे पूरी तरह से झूठ हैं। यह थका देने वाला और निराशाजनक है क्योंकि यह सिर्फ हमारे बारे में नहीं है – यह उन सभी प्रशंसकों के बारे में है जो शो को पसंद करते हैं और ऐसी बातें पढ़कर परेशान हो जाते हैं।’

Continue Reading

Trending