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ढाका हमले का मास्टरमाइंड तमीम चौधरी पुलिस मुठभेड़ में ढेर

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ढाका हमले का मास्टरमाइंड तमीम चौधरी, पुलिस मुठभेड़ में ढेर, 22 लोगों का नरसंहार, जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश

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ढाका हमले का मास्टरमाइंड तमीम चौधरी, पुलिस मुठभेड़ में ढेर, 22 लोगों का नरसंहार, जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश

tamim chowdhury

ढाका। पिछले महीने एक कैफे में भारतीय युवती समेत 22 लोगों के नरसंहार के मास्टरमाइंड तमीम चौधरी समेत तीन आतंकियों को बांग्लादेश पुलिस ने एक मुठभेड़ में मार गिराया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक बांग्लादेश के सुरक्षाकर्मियों ने शनिवार को ढाका के पास एक बड़े ऑपरेशन में यह कामयाबी हासिल की।

तमीम चौधरी प्रतिबंधित संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) का चीफ था। शुक्रवार को बांग्लादेश के गृहमंत्री असदुज्जमान खान कमाल ने बयान दिया था कि गुलशन रेस्ट्रॉन्ट हमले के मास्टरमाइंड की पहचान कर ली गई है। सीनियर पुलिस ऑफिसर सन्वर हुसैन ने एएफपी से कहा, ‘हमलोग इन शवों को यहां देख सकते हैं। तमिम चौधरी मारा गया। वह गुलशन अटैक का मास्टरमाइंड और जमायेतुल मुजाहिदीन बांग्लादेश का नेता था। बांग्लादेशी-कनाडाई नागरिक चौधरी ही ढाका कैफे पर आतंकी हमले के पीछे था।’

पुलिस ने इससे पहले साउथ ढाका से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नारायणगंज के पाइकपारा में एक घंटे तक गोलीबारी का सामना किया। बांग्लादेश नैशनल पुलिस चीफ एकेएम शाहिदुल हक ने एएफपी से कहा कि पुलिस 99 फीसदी आश्वस्त है कि तमिम चौधरी मारा गया है। वह कनाडा से 2013 में लौटा था। वह प्रतिबंधित जेएमबी को लीड कर रहा था।

बांग्लादेश पुलिस ने तमीम चौधरी को इस हमले का मास्टमाइंड बताया था। बांग्लादेश की रैपिड ऐक्शन बटैलियन (आरएबी) उसकी तलाश कर रही थी। बीच में उसके भारत में भी छिपे होने की खबरें आ रही थीं। 1-2 जुलाई की रात को बांग्लादेश के होली आर्टिसन बेकरी में हुए आतंकी हमले में 17 विदेशियों समेत 22 लोग मारे गए थे। 10 घंटे चली कार्रवाई में बांग्लादेशी सुरक्षा बलों ने 6 आतंकियों को मार गिराया था, जबकि एक आतंकी पकड़ लिया गया था।

नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

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