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तोगड़िया के कंधमाल दौरे पर प्रतिबंध चाहते हैं ईसाई
भुवनेश्वर| ओडिशा में ईसाई समुदाय के लोगों ने विश्व हिंदु परिषद (विहिप) के प्रमुख प्रवीण तोगड़िया के कंधमाल दौरे पर रोक लगाए जाने की मांग की है। उनका कहना है कि तोगड़िया के कंधमाल दौरे से क्षेत्र में शांति भंग हो सकती है। विहिप प्रमुख का कंधमाल दौरा इस माह के आखिर में प्रस्तावित है। इंडियन क्रिश्चियन वॉयस के अध्यक्ष अब्राहम मथाई ने कहा कि उन्होंने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को पत्र लिखकर मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है।
तोगड़िया कंधमाल जिले के फूलबनी में 28 फरवरी को विहिप समर्थकों की एक सभा को संबोधित करने के लिए ओडिशा जानेवाले हैं।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2008 में विहिप सदस्य स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या के बाद कंधमाल में भड़की सांप्रदायिक हिंसा में कम से कम 38 लोग मारे गए थे, जबकि हजारों लोग अपना घर छोड़कर भागने पर मजबूर हो गए थे।
मथाई ने कहा, “तोगड़िया अपने भड़काऊ भाषण के जरिये हिंसा भड़काने के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में उन्हें क्षेत्र में एक सभा में भाग लेने और इसे संबोधित करने की अनुमति से ईसाई समुदाय के लोगों में अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता स्वाभाविक है।”
मथाई ने इस संबंध में राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है जिसमें उन्होंने कहा है, “मैं कंधमाल के असहाय और खौफजदा अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय की तरफ से आपसे विनती करता हूं कि मामले में तत्काल हस्तक्षेप कर सांप्रदायिक तनाव वाले क्षेत्र में इस संदिग्ध कार्यक्रम के आयोजन पर रोक लगाएं।”
एक सामाजिक कार्यकर्ता ने भी स्थानीय प्रशासन से तोगड़िया के दौरे पर प्रतिबंध लगाने की आग्रह किया है।
कंधमाल के ब्रह्मनीगांव इलाके के रहने वाले ईसाई धर्मावलंबी रमाकांत बलियारसिंह ने जिलाधिकारी से मंगलवार को सभा के लिए प्रस्तावित स्थान पर निषेधाज्ञा लागू करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि तोगड़िया का भड़काऊ भाषण समुदायों के बीच बरकरार शांति को भंग कर सकता है।
वहीं, विहिप नेता प्रियनाथ शर्मा ने इसका विरोध करते हुए कहा कि जनसभा के आयोजन में रुकावट डालने की कोशिश अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग का प्रस्ताव- पुरुष दर्जी नहीं ले सकेंगे महिलाओं की माप, जिम में महिला ट्रेनर जरुरी
लखनऊ। अगर आप महिला हैं तो ये खबर आपके लिए है। दरअसल, यूपी में महिलाओं की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए उ.प्र. राज्य महिला आयोग ने कुछ अहम फैसले लिए हैं जिसे जानना आपके लिए बेहद ज़रूरी हैं। शुक्रवार को आयोग की बैठक सम्पन्न हुई। इस दौरान महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई अहम फैसले लिए गए। जो की इस प्रकार हैं।
1- महिला जिम/योगा सेन्टर में, महिला ट्रेनर होना चाहिए तथा ट्रेनर एवं महिला जिम का सत्यापन अवश्य करा लिया जाये।
2-महिला जिम/योगा सेन्टर में प्रवेश के समय अभ्यर्थी के आधार कार्ड/निर्वाचन कार्ड जैसे पहचान पत्र से सत्यापन कर उसकी छायाप्रति सुरक्षित रखी जाये।
3- महिला जिम/योगा सेन्टर में डी.वी.आर. सहित सी.सी.टी.वी. सक्रिय दशा में होना अनिवार्य है।
4. विद्यालय के बस में महिला सुरक्षाकर्मी अथवा महिला टीचर का होना अनिवार्य है।
5. नाट्य कला केन्द्रों में महिला डांस टीचर एवं डी.वी.आर सहित सक्रिय दशा में सी.सी.टी.वी. का होना अनिवार्य है।
6. बुटीक सेन्टरों पर कपड़ों की नाप लेने हेतु महिला टेलर एवं सक्रिय सी.सी.टी.वी. का होना अनिवार्य है।
7. जनपद की सभी शिक्षण संस्थाओं का सत्यापन होना चाहिये।
8. कोचिंग सेन्टरों पर सक्रिय सी.सी.टी.वी. एवं वाशरूम आदि की व्यवस्था अनिवार्य है।
9. महिलाओं से सम्बन्धित वस्त्र आदि की ब्रिकी की दुकानों पर महिला कर्मचारी का होना अनिवार्य है।
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