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दिग्विजय का पलटवार, पर्रिकर को बताया सत्ता का भूखा

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नई दिल्ली। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शनिवार को गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर पर राज्य में सरकार गठन को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता को अपनी पार्टी के सहयोगी नितिन गडकरी को विधायकों की खरीदारी के लिए धन्यवाद देना चाहिए। उन्हें पर्रिकर को ‘सत्ता का भूखा’ करार दिया।

दिग्विजय ने पर्रिकर द्वारा शुक्रवार को की गई टिप्पणी के लिए ट्विटर पर उन पर हमला बोला। पर्रिकर ने दिग्विजय को इस बात के लिए धन्यवाद दिया था कि विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक सीटें जीतने के बावजूद कांग्रेस सरकार बनाने लायक बहुमत नहीं जुटा पाई।

सिंह ने कहा कि गोवा के लोगों के जनादेश पर डाका डाला गया। उन्होंने कहा, “मनोहर पर्रिकर गोवा में सरकार बनवाने के लिए मुझे धन्यवाद देते हैं। वास्तव में उन्हें नितिन गडकरी को धन्यवाद देना चाहिए, जिन्होंने 12 मार्च को तडक़े गोवा में एक होटल से विधायकों की खरीदारी की।”

सिंह ने कहा, “और उन्हें गोवा के राज्यपाल को भी धन्यवाद देना चाहिए, जिन्होंने संविधान, सरकारिया आयोग के दिशानिर्देश और सर्वोच्च न्यायालय के निर्णयों का उल्लंघन किया और गोवा के लोगों के जनादेश पर डाका डाला।”

पर्रिकर अभी भी राज्यसभा सदस्य हैं और वह शुक्रवार को सदन में आए थे, और उन्होंने दिग्विजय सिंह पर चुटकी ली थी, जो पार्टी के गोवा प्रभारी हैं। पर्रिकर ने कहा था, “मैं सम्मानित सदस्य दिग्विजय सिंह को विशेष रूप से धन्यवाद देता हूं, जो गोवा में मौजूद थे, लेकिन कुछ नहीं कर पाए और इस कारण ही मैं सरकार बना सका।”

बाद में जब संवाददाताओं ने उनसे पूछा कि उन्होंने दिग्विजय सिंह को विशेष रूप से धन्यवाद क्यों दिया, तो पर्रिकर ने कहा, “मैंने उन्हें उनकी अक्षमता के लिए धन्यवाद दिया।” कांग्रेस ने 40 सदस्यीय राज्य विधानसभा के चुनाव में 17 सीटें जीती थी और सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, जबकि भाजपा सिर्फ 13 सीटें जीत पाई थी। लेकिन भाजपा ने अन्य छोटी पार्टियों के साथ मिलकर राज्य में गठबंधन सरकार बना ली।

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‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।

उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।

विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा

प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।

विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान

योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।

समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा

पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।

खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग

योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।

बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति

चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।

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